कुमार इंदर, जबलपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज से तीन दिवसीय मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। जहां वे आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे। साथ ही नाराज नेताओं को मनाने पर भी चर्चा होगी। अमित शाह 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक 10 संभागों का दौरा करेंगे। इसी के साथ 230 विधानसभा के कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। अमित शाह उज्जैन में रोड शो के साथ महाकाल बाबा के दर्शन करेंगे। इस दौरे के दौरान वह मध्य प्रदेश के लिए बीजेपी का घोषणापत्र भी जारी कर सकते हैं।
10 बिंदुओं में समझिए अमित शाह के दौरे के मायने…
1. भाजपा में बनेगा चुनावी माहौल, विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस, भाजपा दोनों ने भले ही अपने पत्ते खोल दिए हो लेकिन कहीं ना कहीं जो चुनावी माहौल बनना चाहिए था उसमें कमी देखी जा रही है, लिहाजा अमित शाह के इस दौरे के बाद, चुनावी माहौल में उबाल आने वाला है, आचार संहिता लगने के बाद अमित शाह का मध्यप्रदेश का ये पहला दौरा है, अमित शाह आज जबलपुर, छिंदवाड़ा उज्जैन में दौरा करने वाले हैं जिसको लेकर मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल बनेगा।
2. कार्यकर्ताओं में भरेगा जोश, 2023 के विधान सभा चुनाव के लिए बीजेपी ने भले ही सारे पत्ते खोल दिए हो लेकिन कार्यकर्ता में कहीं ना कहीं जोश में कभी देखी जा रही थी, लिहाजा अमित शाह के दौरे के बाद कार्यकर्ताओ में न केवल जोश आएगा बल्कि कार्यकर्ता जीत दर्ज़ कराने को लेकर भी उत्साहित होंगे।
3. मध्य प्रदेश का मैदान मारने का देंगे मंत्र, भाजपा के रणनीतिकारों के बारे में कहा जाता है कि जहां ह से लोग सोचना बंद कर देते हैं वहां से अमित शाह जैसे राजनीतिज्ञ सोचना शूरू करते हैं, लिहाजा अमित शाह अपने इस दौरे के दौरान एक बार फिर से मध्य प्रदेश का मैदान मारने की रणनीति पर चर्चा करेंगे और कार्यकर्ताओं को मध्य प्रदेश में विजई पताका फहराने का मंत्र भी देंगे।
4. आदिवासी वोटरों को भी होगी साधने की कोशिश, पार्टी के नंबर टू अमित शाह का यह दौरा एक तीर से कई निशाने लगाने वाला है, अमित शाह का जबलपुर दौरा भले ही ढाई घंटे का हो लेकीन इस दौरे के दौरान भी अमित शाह आदिवासी वोटरों को भी साधेंगे । इसलिए अमित शाह जबलपुर के आगमन के बाद सबसे पहले आदिवासियों के जननायक शहीद राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर, महाकौशल के इस केंद्र बिंदु से आदिवासी वोटरों को इस बात का संदेश देने वाले हैं कि, आदिवासियों का कोई हितैषी है तो वह भाजपा है।
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5. छिंदवाड़ा में कांग्रेस के एक छत्रप राज में करेंगे छेद, अमित शाह अपने दौरे के दौरान छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव में भी एक सभा संबोधित करने वाले हैं, अमित शाह का यह छिंदवाड़ा दौरा एक बहुत ही सोची समझी रणनीति के तहत तय किया गया है, छिंदवाड़ा जिले को कमलनाथ का गढ़ कहा जाता है, छिंदवाड़ा की सात विधानसभा है और वर्तमान में सातों पर कांग्रेस का कब्जा है वही मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीट में से अकेले किसी सीट पर कब्जा है तो वह छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट है। लिहाजा अमित शाह के छिंदवाड़ा दौरे को लेकर ये कयास लगाए जा रहे हैं कि, छिंदवाड़ा में कांग्रेस में एक छत्रप राज में अमित शाह इस बार जरूर छेद करेंगे ।
6. बागियों पर कसेंगे लगाम-निर्दलीयों पर भी नजर, मध्य प्रदेश में टिकट बंटवारे के बाद जिस तरह से कई जगह दावेदरो टिकट न मिलने पर बागी तेवर अपनाए हुए हैं उससे कहीं ना कहीं पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है खड़ी हो गई है, लिहाजा अमित शाह के इस दौरे को लेकर कहा जा रहा है कि, अमित शाह इन बागियों की बागडोर अपने हाथों में तो लेंगे ही नाराज नेता और कार्यकर्ताओं को मनाने का काम भी करेंगे। उसके साथ ही बागियों पर भी नजर रहेगी।
7. अमित शाह के दौरे से एंटी-इनकंबेंसी होगी दूर, मध्य प्रदेश में पिछले 18 सालों से भाजपा की सरकार चल रही है ऐसे में कहा जा रहा है कि कुछ जगह पर विधायकों और नेताओं को लेकर एंटी-इनकंबेंसी भी है लिहाजा अमित शाह के इस दौरे के बाद वह एंटीवे-इनकंबेंसी भी खत्म होगी, क्योंकि जिस तरह से मध्य प्रदेश में अमित शाह ने फ्रंट पर आकर मोर्चा संभाला है उसे प्रदेश में मैसेज गया है कि इस बार मध्य प्रदेश के कर्ताधर्ता कोई और नहीं बल्कि अमित शाह है।
8. 38 के अखाड़े में अंक बदलने की रणनीति, अमित शाह के इस महाकौशल दौरे मैं सबसे ज्यादा यदि चिंतन मनन होगा तो इस बात पर होगा कि, महाकौशल के मैदान में पिछली बार जो चूक हो गई थी,महाकौशल अंचल में पिछले चुनाव में भाजपा प्रदर्शन बेहद कमजोर था उसे कैसे दूर किया जाए। आपको बता दे कि, पिछ्ले 2108 के विधान सभा चुनाव में महाकौशल की 38 विधानसभा सीट में से भाजपा को महज 13 सीट मिली थी, यानि की पिछ्ले विधान सभा चुनाव में मिली 38 में से महज 13 सीटों को 38 में कैसे तब्दील किया जाए इस बार पर मंथन होगा।
9. माइक्रो लेबल पर मैनेजमेंट, राजनीतिक के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह के बारे में कहा जाता है कि उनको यह ख्याति ऐसे ही नहीं मिली है, अमित शाह हर काम को माइक्रो मैनेजमेंट लेवल पर जाकर करते हैं, लिहाजा इस बार मध्य प्रदेश में एक बार फिर से कमल का फूल खिलाने के लिए अमित शाह ने माइक्रो मैनेजमेंट कर रहे हैं।
10. विरोधियों को देंगे कड़ा संदेश, विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ कांग्रेस के भी बड़े लीडरों के भी दौरे हो रहे हैं, खासकर प्रियंका और राहुल गांधी की जोड़ी ने मध्य प्रदेश में एक के बाद एक कई दौर किए है, लिहाजा अमित शाह अपने इस दौरे के दौरान विरोधियों को भी संदेश देने की कोशिश करेंगे, लिहाजा अमित शाह अपने इस दौरे के दौरान विरोधियों के दौरों की कांट का दाव भी खेलेंगे।
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