रायपुर. रामचरित मानस विवाद पर जगतगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, धर्मग्रंथों को लेकर सियासत हो रही है. लगातार इस देश में राजनीति ध्रुवीकरण का प्रयास करती रहती है. पहले भी मंडल-कमंडल के नाम से इस तरह की राजनीति की गई है.
आगे उन्होंने कहा, कई तरह से ध्रुवीकरण के प्रयास किए जाते हैं. धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण हो रहा है. हिंदू समुदाय को दो भागों में बांटने की साजिश चल रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि, धर्म ग्रंथ के बारे में बोलने का अधिकार केवल धर्माचार्य को होना चाहिए, राजनीतिज्ञ को नहीं. जब राजनीतिज्ञ धर्म ग्रंथ के बारे में बोलता है, तो समझ लेना चाहिए कि धर्म ग्रंथ को मुद्दा बनाकर राजनीति की जा रही है.
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