Jagdeep Dhankhar On Farmers: नोएडा में चल रहे किसानों के प्रदर्शन (farmers protest) के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मोदी सरकार (modi government) पर ताबड़तोड़ कई सवाल दागे हैं। इतना ही नहीं, एक कार्यक्रम में मंच पर ही मौजूद कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को खरी-खरी सुनाते हुए पुछा- मेरा किसान परेशान और पीड़ित क्यों है? राज्यसभा के चेयरमैन ने कहा कि क्या किसानों से वादा किया गया था? अगर किया गया था तो फिर उसे पूरा क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि विकसित भारत का रास्ता किसान के दिल से निकलता है, यह हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने केंद्रीय कृषि मंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक-एक पल आपका भारी है। मेरा आप से आग्रह है कि कृपया करके मुझे बताइए कि किसानों से क्या वादा किया गया था? किया गया वादा क्यों नहीं निभाया गया? उन्होंने कहा कि अगर किसानों को उचित मुल्य दे दिया जाएगा तो कोई पहाड़ तो नहीं टूट जाएगा। किसान अकेला है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि पिछले साल भी किसानों का आंदोलन हुआ था, इस साल भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है, हम कुछ कर नहीं रहे हैं। पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमरा सपना नहीं, लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था। जब ऐसा हो रहा है तो फिर मेरा किसान परेशान और पीड़ित क्यों है? किसान अकेला है जो असहाय है।
उन्होंने कहा कि किसान अगर आज के दिन आंदोलित हैं, उस आंदोलन का आकलन सीमित रूप से करना बहुत बड़ी गलतफहमी और भूल होगी। जो किसान सड़क पर नहीं है, वह भी आज के दिन चिंतित हैं, आज के दिन परेशान हैं। भारत को विकसित राष्ट्र का दर्जा मिलना है तो हर व्यक्ति की आय को आठ गुना करना है। उस आठ गुना करने में सबसे बड़ा योगदान ग्रामीण अर्थव्यवस्था का है, किसान कल्याण का है।
शिवराज सिंह चौहान से पूछा सवाल
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा, “किसान हमारे लिए आदरणीय है, प्रातः स्मरणीय हैं, सदैव वंदनीय है। मैं खुद किसान का बेटा हूं, मैं जानता हूं किसान क्या कुछ नहीं झेलता है। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च पूरे देश में फैली हुई है। इसके 180 से ज्यादा संस्थाएं हैं, जो लंबे समय से कार्यरत हैं। कृषि, किसान और ऐग्रो इकोनॉमी से जुड़ा हुआ कोई भी पहलू अछूता नहीं रहा। किसान से बातचीत में देरी नहीं होनी चाहिए और हमें जानकारी होनी चाहिए, क्या किसान से कोई वादा किया गया था? प्रधानमंत्री जी का दुनिया को संदेश है, जटिल समस्याओं का निराकरण वार्ता से होता है। कृषि मंत्री जी, आपसे पहले जो कृषि मंत्री जी थे, क्या उन्होंने लिखित में कोई वादा किया था? यदि अगर वादा किया था तो उसका क्या हुआ?”
उपराष्ट्रपति के बयान पर कांग्रेस ने भी दी प्रतिक्रिया
उपराष्ट्रपति के इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि चेयरमैन सर कांग्रेस पार्टी भी लगातार यही सवाल पूछ रही है। उन्होंने पूछा कि आखिर एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी कब हकीकत का रूप लेगी? एमएसपी तय करिे के लिए स्वामीनाथन फार्मूला कब लागू होगा? जिस तरह से पूंजीपतियों को कर्ज से राहत दी गई है उसी तरह से किसानों को कब लाभ मिलेगा?
160 से अधिक किसान गिरफ्तार
बता दें कि अपवी विभिन्न मांगों को लेकर किसान एक बार फिर से आंदोलन पर हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान अपनी कई मांगों को लेकर नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर धरना दे रहे हैं। मंगलवार को 160 से अधिक किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसमें कई किसान नेता हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने मंगलवार को नोएडा-दिल्ली राजमार्ग पर स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर किसानों की गिरफ्तारी के लिए यूपी सरकार की निंदा की। पुलिस की ओर से ऐसा करना शांतिपूर्ण विरोध के संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है। हम न्यायपालिका से हस्तक्षेप करने और मौलिक अधिकारों की रक्षा करने का आग्रह करते हैं।
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