शिवम मिश्रा, रायपुर। चेंबर ऑफ कामर्स के प्रतिष्ठित चुनाव में तमाम पूर्वानुमानों को धत्ता बताते हुए जय व्यापार पैनल ने व्यापारी एकता पैनल का सूपड़ा साफ कर दिया है. न केवल प्रदेश पदाधिकारियों के मामले में बल्कि रायपुर, बिलासपुर और भिलाई जैसे महत्वपूर्ण जिलों में भी अच्छे खासी मतों से जीत हासिल किया है.
1959 में पंजीकृत चेंबर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के इतिहास में ऐसा पहले बार हुआ है कि व्यापारी एकता पैनल का कोई भी प्रतिनिधि प्रदेश पदाधिकारी नहीं बन पाया है. आखिर ऐसा क्या था जिसकी वजह से बीते कार्यकाल में अच्छी-खासी संख्या में चेंबर में पदाधिकारी रहे व्यापारी एकता पैनल के प्रतिनिधियों से व्यापारियों का मोहभंग हो गया.
पुराने पैनल से त्रस्त थे व्यापारी
जय व्यापार पैनल के राजेंद्र जग्गी बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के व्यापारी पुराने पैनल से त्रस्त हो चुके थे. व्यापारी एकता पैनल जातिवाद और वंशवाद से आगे निकलना ही नहीं चाहता था. व्यापारी एकता पैनल सत्ता में रहना चाहता था, सत्ता भुक्तभोगी हो चुका था. लेकिन हमारी लड़ाई किसी सत्ता से नहीं थी. हमने कोई चुनाव लड़ने की योजना नहीं बनाई थी. कोरोना संक्रमण काल में जय व्यापार पैनल के साथियों ने एकजुटता के साथ काम किया था.
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हर शहर में होलसेल मार्केट की योजना
उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने जिस तरह से हम पर भरोसा दिखाया है, हम अपनी हर एक लड़ाई अपने व्यापारियों के साथ मिलकर लड़ेंगे. हम व्यापारियों के हित के लिए लड़ेंगे, जीएसटी के खिलाफ लड़ेंगे. यही नहीं छत्तीसगढ़ के हर जिलों में व्यापारियों की बड़ी जगह मिले इसके लिए मुख्यमंत्री से निवेदन करेंगे, जिससे हर शहर में व्यापारियों के लिए होलसेल मार्केट तैयार हो सकें. हमने भविष्य में भी कई सारे काम करने की योजना तैयार की है.
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युवाओं और महिलाओं को लाएंगे आगे
जग्गी ने कहा कि हम युवा और महिला वर्ग को आगे लाना चाहते हैं. हम उद्योग के लिए कुछ करना चाहते हैं. हम काम करने के लिए आए हैं, व्यापारियों ने हमें काम करते देखा है, इसीलिए हमें काम करने का मौका दिया है. हम इस विश्वास पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि जय व्यापार पैनल ने ये साबित कर दिया कि व्यापारी की कोई जात नहीं होती, व्यापारी के कोई पार्टी नहीं होती. छत्तीसगढ़ के व्यापारियों ने एकतरफा बहुमत देकर इसे साबित कर दिया है.
मेनिफेस्टों को लागू करना प्राथमिकता
जय व्यापार पैनल के अध्यक्ष अमर परवानी ने जीत का पूरा श्रेय व्यापारियों और युवाओं को देते हुए कहा कि हमने चुनाव में मेनिफेस्टो तैयार किया है, जिसे जल्द से जल्द पूरा करना हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी. व्यापारियों ने हम पर भरोसा जताकर प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई है. हम व्यापारियों के हित में सदैव खड़े रहेंगे.