आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। जैन धर्म के महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी दंतेवाड़ा होते हुए गुरुवार शाम केशलूर पहुँचे. उनके स्वागत के लिए जगदलपुर से जनप्रतिनिधि के साथ भाजपा के भी पूर्व नेता व मंत्री के साथ पुलिस और अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ के अधिकारी आशीर्वाद लेने पहुंचे थे.

जैन धर्म के महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी जगदलपुर जिले के पदयात्रा पर है. अहिंसा, नैतिकता और सद्भावना का संदेश लेकर बीते 7 वर्षों से हजारों किमी की पदयात्रा कर रहे हैं. शुक्रवार सुबह से ही डिमरापाल के रुकमणी आश्रम से गीदम रोड होते हुए शहर के मेन रोड से अपनी पदयात्रा करते हुए निर्मल विद्यालय में पहुंचे. आचार्य महाश्रमण जी के पहुंचने से पहले हजारों भक्त उनके दर्शनों के लिए आतुर नजर आए. उनका उत्साह के साथ स्वागत सत्कार किया गया. आचार्य महाश्रमण जी जगदलपुर में 2 दिनों का मंगल विहार करते हुए प्रवास करेंगे.

आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अपने प्रवचन में कहा कि मनुष्य राग-द्वेष के कारण हिंसा में प्रवित्त हो जाता है. ये राग-द्वेष की प्रवृत्ति के कारण होता है. उसे अहिंसा का मार्ग हमेशा अपनाना चाहिए, अहिंसा से जीवन में शांति और सुखों का प्रवेश होता है. आचार्य की यात्रा से उत्साहित बस्तरवासियों का कहना था कि उनके प्रवचन से सभी मे एक ऊर्जा उत्पन्न हुई है. उनके शांति और प्रेम के उपदेश से शहर में एक सकारात्मक विचार फैलेगी.