Jain Rot Teej Vrat 2025: जैन धर्म में मनाया जाने वाला विशेष पर्व रोटतीज व्रत इस वर्ष 26 अगस्त, मंगलवार को मनाया जाएगा. यह व्रत हर साल भाद्रपद शुक्ल तृतीया को रखा जाता है और इसे संयम व सादगी का प्रतीक माना जाता है.

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Jain Rot Teej Vrat 2025

Jain Rot Teej Vrat 2025

व्रत की परंपरा (Jain Rot Teej Vrat 2025)

इस व्रत में श्रद्धालु केवल एक ही अनाज से बने व्यंजन का सेवन करते हैं. रसोई में उस दिन सिर्फ वही अनाज प्रयोग होता है. आटे से बने रोट (रोटी जैसी मोटी रोटी) इसका प्रमुख हिस्सा होता है. इसके साथ उसी अनाज से बने अन्य साधारण पकवान भी तैयार किए जाते हैं. उदाहरण के तौर पर, गेहूं से रोट, दलिया या हलवा बनाया जाता है तो चावल से खिचड़ी, खीर या फरा तैयार किया जाता है. नमक-मिर्च का प्रयोग सीमित रखा जाता है और तामझाम वाले व्यंजन वर्जित रहते हैं.

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धार्मिक महत्व (Jain Rot Teej Vrat 2025)

जैन आचार्यों के अनुसार, रोटतीज व्रत का संदेश है कि भौतिक सुख-सुविधाएं जीवन का आधार नहीं, बल्कि संयम ही सच्चा सुख देता है. इस दिन स्त्रियां और पुरुष दोनों व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत कथा का श्रवण करते हैं. मान्यता है कि इस व्रत से आत्मसंयम की शक्ति बढ़ती है और साधना का मार्ग मजबूत होता है.

समाज से परे संदेश (Jain Rot Teej Vrat 2025)

हालांकि यह पर्व जैन समुदाय में प्रमुख है, लेकिन इसके पीछे का संदेश हर किसी के लिए उपयोगी है. कम साधनों में संतोष और आत्म अनुशासन का अभ्यास आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में भी गहरी सीख देता है.

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