जयपुर। राजस्थान के जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल पर मंगलवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब स्कैनिंग के दौरान एक पार्सल में 500-500 रुपये के नोटों की गड्डियों के बीच छिपा एक इलेक्ट्रॉनिक बैटरीनुमा डिवाइस दिखाई दिया. यह पार्सल इंडिगो कार्गो के जरिए जयपुर से हैदराबाद भेजा जा रहा था. CISF ने स्कैनिंग में संदिग्ध वस्तु दिखते ही स्क्रीनिंग रोक दी और पार्सल को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया. चूंकि जयपुर एयरपोर्ट को पहले भी धमकियां मिल चुकी हैं, ऐसे में इस तरह की डिवाइस मिलने से सुरक्षा एजेंसियां तुरंत अलर्ट मोड पर आ गईं.

संदिग्ध डिवाइस मिली, सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप

जांच में पाया गया कि नोटों की मोटी गड्डियों के बीच तारों से जुड़ा एक बैटरीनुमा यंत्र रखा हुआ था, जिसकी एक बीप लाइट भी जल रही थी. शुरू में इसे विस्फोटक या किसी ट्रैकिंग डिवाइस की तरह समझा गया. सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत एयरपोर्ट पुलिस, एटीएस और बम निरोधक दस्ते को सूचना दी. मौके पर पहुंची टीमों ने पार्सल को जब्त कर लिया और पूरे कार्गो टर्मिनल को कुछ समय के लिए सुरक्षा घेरे में ले लिया.

ATS और बम स्क्वॉड ने की विस्तृत जांच

एटीएस और पुलिस की संयुक्त टीम ने संदिग्ध डिवाइस की बारीकी से जांच की. प्राथमिक जांच में इसमें विस्फोटक पदार्थ होने की आशंका नहीं मिली. अधिकारियों के अनुसार यह संभवतः किसी GPS ट्रैकर या मनी ट्रांसफर से जुड़ा सिक्योरिटी डिवाइस हो सकता है. इसके बावजूद सुरक्षा एजेंसियों ने इसे अलग सुरक्षित स्थान पर रखकर विस्तृत तकनीकी जांच शुरू कर दी है.

किसने बुक कराया पार्सल? रजिस्टर और CCTV खंगाल रही टीमें

पार्सल जयपुर से हैदराबाद भेजा जा रहा था. जांच अधिकारी कार्गो रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं, ताकि पार्सल जमा कराने वाले व्यक्ति की पहचान और उद्देश्य स्पष्ट हो सके. अधिकारियों के अनुसार उस व्यक्ति की पहचान कर ली गई है और उससे पूछताछ की जा रही है कि नकदी के बीच यह डिवाइस क्यों छिपाई गई थी. पुलिस यह भी जांच रही है कि कहीं यह हवाला, अवैध लेनदेन या किसी नेटवर्क की गतिविधि का हिस्सा तो नहीं.

क्या एयरपोर्ट सुरक्षा तंत्र की ‘तस्दीक’ की कोशिश?

सुरक्षा सूत्रों का मानना है कि यह किसी संदिग्ध गिरोह द्वारा एयरपोर्ट सिस्टम की जांच-पड़ताल करने की कोशिश भी हो सकती है. संभव है कि वे यह पता लगाना चाहते हों कि एयरपोर्ट पर इस तरह की डिवाइस भेजना कितना आसान है.

कुछ समय के लिए बढ़ाई गई सुरक्षा, यात्री सेवाएं प्रभावित नहीं

घटना के बाद टर्मिनल-1 के कार्गो क्षेत्र में सुरक्षा और बढ़ा दी गई. कर्मचारियों की आवाजाही भी कुछ देर के लिए रोक दी गई, हालांकि यात्री सेवाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी जांच रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि डिवाइस का उद्देश्य क्या था और किस मकसद से इसे नोटों के बीच छिपाया गया था.

फिलहाल मामला संवेदनशील मानते हुए ATS, पुलिस और CISF संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं.

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