राजस्थान के जैसलमेर जिले के सरकारी स्कूल में सोमवार को हुए दर्दनाक हादसा में एक छात्र की मौत हो गई थी. इस हादसे के लिए सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने जिला कलेक्टर प्रताप सिंह को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर को हादसे के पहले लिखित चेतावनी दी गई थी, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट करते हुए कलेक्टर के खिलाफ निलंबन की मांग की है.

सोशल मीडिया पर सांसद ने किया पोस्ट, लिखा- पहले ही चेताया था
सोशल मीडिया एक्स पर जैसलमेर-बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल पर कहा कि 8 जुलाई 2025 को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने जिला कलेक्टर को स्कूलों की जर्जर इमारतों और खतरनाक गेट्स को लेकर लिखित चेतावनी दी थी. पत्र में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि तत्काल सर्वे कर सुधार कार्य शुरू कराया जाए, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया.’
प्रिंसिपल के अलर्ट के बावजूद अनदेखी
बेनीवाल ने लिखा कि 23 अप्रैल 2025 को स्कूल की प्रिंसिपल ने शिक्षा विभाग को लिखित में सूचना दी थी कि स्कूल का गेट जर्जर है और कभी भी हादसा हो सकता है. इसके बावजूद न मरम्मत हुई, न जांच, उल्टा अब सरकार प्रिंसिपल पर ही दोष मढ़ रही है. सांसद ने पूछा कि क्या जिम्मेदारी सिर्फ एक स्कूल प्रिंसिपल की है? जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अफसर कहां थे?
सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये उन्होंने कलेक्टर को निलंबित कर केस करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने राजस्थान के सभी सरकारी स्कूलों की संरचनात्मक सुरक्षा जांच (Structural Audit) कराने की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं न हों. सांसद ने कहा कि जनता को सांत्वना नहीं, न्याय चाहिए. अब जवाबदेही तय करना जरूरी है.
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