फीचर स्टोरी। एक भजन है, जिसमें कवि कहता है कि कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा. कुछ ऐसे ही हालात छत्तीसगढ़ के 27 जिलों के कुछ हिस्सों में थे, जहां के लिए लोग पानी की एक-एक बूंद-बूंद के लिए तरस रहे थे. गंदे पानी पीकर गुजर-बसर कर रहे थे, लेकिन इन सबके बीच भूपेश सरकार ने बदहाल और बेबस लोगों की जिंदगी में अमृत घोल दी. गांवों में घर-घर नल जल कनेक्शन भेज खुशियों की धारा बहाई है. भूपेश सरकार जल से ‘जीवन’ बांट रही है. 27 जिलों में जल जीवन मिशन को वरदान साबित कर दिखाया है. 22.40 लाख से अधिक परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देकर ‘अमृत’ धारा बहाई है.

22.40 लाख से अधिक परिवारों को मिला घरेलू नल कनेक्शन

घरेलू नल कनेक्शन देने में सबसे आगे जांजगीर-चांपा

बता दें कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है. प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत अब तक 22 लाख 40 हजार 711 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं. इसके साथ-साथ राज्य के 43 हजार 942 स्कूलों, 41 हजार 676 आंगनबाड़ी केन्द्रों और 17 हजार 289 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है, जिसमें छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में सबसे अधिक 1 लाख 95 हजार 387 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में सबसे आगे है.

जल जीवन मिशन योजना बनी वरदान

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं. इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही साथ जल जीवन मिशन के कार्यों का क्रियान्वयन का जमीनी स्तर पर सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी डॉ. एस. भारतीदासन और मिशन संचालक आलोक कटियार द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है.

कोरिया जिले में नल कनेक्शन से घर-आंगन में ही मिल रहा शुद्ध पेयजल

जल जीवन मिशन के अंतर्गत सोलर आधारित एवं रेट्रोफिटिंग नल कनेक्शन के माध्यम से ग्रामीणों के जीवन में हुए बदलाव के परिणाम सामने आ रहे हैं. वनांचलों के दूरस्थ पहुंचविहिन इलाकों में भी जल जीवन मिशन के तहत टेपनल के माध्यम से ग्रामीणों को घर-घर शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराया जा रहा है. कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में जल जीवन मिशन का काम प्राथमिकता से किया गया.

गर्मी के दिनों में हैंडपंप ही रहता था सहारा

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत चिरगुड़ा तथा कोचिला में सोलर आधारित योजना के तहत ग्रामवासियों का सपना साकार हुआ. अब उन्हें अपने घर-आंगन में ही शुद्ध पेय जल मिलने लगा है. केवटापारा निवासी हितग्राही चन्द्रवती विश्वकर्मा ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन लगने से पूर्व उनको पानी हैण्डपंप से लाना पड़ता था, लेकिन गर्मी के दिनों में हैंडपंप के पानी का स्तर नीचे हो जाने के कारण पानी के लिये दूर जाना होता था.

भूपेश सरकार का जताया आभार

जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन लग जाने से अब शुद्ध जल पर्याप्त मात्रा में मिल रहा है. जल जीवन मिशन के उद्देश्य की सार्थकता ग्रामीण महिलाओं के चेहरों पर खुशियों के रूप में झलकने लगी है. घरेलू नल कनेक्शन से लाभान्वित हितग्राही महिला राम बाई ने बताया कि नल कनेक्शन से अब पानी की सारी समस्या खत्म हो गई है, इसके लिए मैं शासन की बहुत-बहुत आभारी हूं.

किस जिले में कितने लाख नल जल कनेक्शन ?

जल जीवन मिशन के तहत अब तक राजनांदगांव जिले में 1 लाख 59 हजार 708, रायपुर जिले में 1 लाख 30 हजार 123, रायगढ़ जिले में 1 लाख 26 हजार 153, धमतरी जिले में 1 लाख 19 हजार 022, बलौदाबाजार-भाटापारा में 1 लाख 9 हजार 568, महासमुंद जिले में 1 लाख 7 हजार 100 नल जल कनेक्शन हैं. वहीं कवर्धा 1 लाख 4 हजार 725, दुर्ग 97 हजार 237, बिलासपुर जिले में 94 हजार 880 और बेमेतरा जिले में 94 हजार 654 नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं.

मुंगेली में 88 हजार 606 नल जल कनेक्शन

इसी तरह बालोद में 88 हजार 978, मुंगेली में 88 हजार 606, गरियाबंद 75 हजार 915, जशपुर में 65 हजार 156, सरगुजा जिले के 62 हजार 253, बलरामपुर में 62 हजार 007, कांकेर 61 हजार 030, बस्तर में 60 हजार 542, कोरबा में 59 हजार 586, सूरजपुर में 57 हजार 937 नल जल कनेक्शन की सुविधा दी गई है.

नारायणपुर में इतने हजार कनेक्शन

इसके साथ ही कोरिया में 56 हजार 383, कोण्डागांव में 55 हजार 450, बीजापुर 22 हजार 317, सुकमा में 23 हजार 376, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 22 हजार 278, दंतेवाड़ा में 20 हजार 727 और नारायणपुर जिले में 14 हजार 613 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं.

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