स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के घरेलू सत्र (2023-24) की शुरुआत दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के साथ हो रही है. 28 जून से शुरू हो रहे छह क्षेत्रीय जोन की टीम वाली इस टूर्नामेंट की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. विभिन्न जोन की टीमों की घोषणा की जा रही है. इसके लिए साउथ जोन की टीम की घोषणा भी कर दी गई है. हैरानी की बात है कि इस टीम में केरल के दिग्गज ऑलराउंडर जलज सक्सेना (Jalaj Saxena) को जगह नहीं दी गई है. अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भी उन्हें नजरअंदाज किए जाने पर कई पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों ने सवाल उठाए हैं. भारत के पूर्व तेज गेंदबाज और गेंदबाजी कोच रहे दिग्गज वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

प्रसाद ने जलज सक्सेना को दलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुने जाने के निर्णय को चौंकाने वाला बताया. उन्होंने दावा किया है कि चयनकर्ताओं द्वारा भारत की प्रमुख रेड बॉल घरेलू प्रतियोगिता (रणजी ट्रॉफी) को अधिक महत्व नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि भारतीय क्रिकेट में इस समय कई मजेदार चीजें घट रही हैं. रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी को साउथ जोन की टीम में नहीं चुना जाना चौंकाने वाला है. बस रणजी ट्रॉफी को बेकार बना दिया, शर्म की बात है. जलज घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत लंबे समय से भारतीय टीम का दरवाजा खटखटा रहे हैं. ऐसे में उन्हें दलीप ट्रॉफी के लिए नजरअंदाज करना भारतीय चयनकर्ताओं की सोच पर सवाल खड़ा करता है.

बता दें कि, साउथ जोन की टीम में जगह नहीं मिलने से जलज खुद हैरान और मायूस हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी को दिलीप ट्रॉफी में नहीं चुना गया, क्या आप चेक कर सकते हैं कि भारत के घरेलू क्रिकेट के इतिहास में कभी ऐसा हुआ है? सिर्फ जानना चाहता हूं, किसी को दोष नहीं दे रहा हूं. गौरतलब है कि, जलज इस वर्ष रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. पिछले कई वर्षों से वह बल्ले और गेंद से अपनी टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे खिलाड़ी को दलीप ट्रॉफी के लिए नजरअंदाज करना हैरानी भरा फैसला है.

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