जालंधर। पंजाब में लगातार पलारी जलाने की घटना सामने आ रही है। इसमें जालंधर में कई ताजा मामले सामने आए हैं। जालंधर में पलारी जलाने की घटना को रोकने के लिए पंजाब सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। इस दौरान अब राज्य के 353 हॉटस्पॉट गांवों में पराली प्रोटेक्शन फोर्स की तैनाती की गई है।

जानकारी के अनुसार इस फोर्स के 1700 जवान बठिंडा, फाजिल्का, फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना, मोगा, फरीदकोट, एसएएस नगर, मानसा, संगरूर, बरनाला, फतेहगढ़ साहिब और तरनतारन जिलों में कड़ी निगरानी रख रहे हैं। किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है, जबकि नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। अब तक 430 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। पराली जलाने के सबसे अधिक 98 मामले तरनतारन जिले में दर्ज हुए हैं। अफसरों को मिली नोटिस लगातार निगरानी करके के बाद भी लोग धड़ल्ले से पलारी जला रहे है।

जालंधर में लगातार बढ़ रही पराली जलाने की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए 26 क्लस्टर अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। प्रशासन ने पूछा है कि फील्ड में टीमों की तैनाती के बावजूद पराली जलाने की घटनाएं कैसे हुईं और उस समय अधिकारी कहां थे। अधिकारियों के जवाब के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और रिपोर्ट सर्विस बुक में दर्ज की जा सकती है।