श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने स्वतंत्रता दिवस से पहले आतंक के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए सरकारी नौकरी कर रहे आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों के परिजनों को नौकरी से बाहर कर दिया है. इसमें बिट्टा कराटे की पत्नी के अलावा हिज्बुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन का बेटा शामिल है.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन से जुड़े अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी चारों कर्मचारियों को संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत बर्खास्त किया गया है, जिसमें सरकार को बिना किसी जांच के अपने कर्मचारी को निष्कासित करने की शक्ति प्राप्त है. इनमें आतंकवाद वित्तपोषण मामले में न्यायिक हिरासत में लिए गए फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे की पत्नी अस्सबाह-उल-अर्जमंद खान शामिल हैं. जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा में अधिकारी अस्सबाह ग्रामीण विकास निदेशालय में कार्यरत थी.
इसके अलावा हिज्बुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद अब्दुल मुईद को भी बर्खास्त किया गया है. सैयद उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधक था. इसके अलावा वैज्ञानिक डॉ.मुहीत अहमद भट्ट और कश्मीर विश्वविद्यालय में वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक माजिद हुसैन कादरी को बर्खास्त किया गया है.
आईएएस शाह फैजल को मिली नियुक्ति
वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के संबद्ध रखने वाले शाह फैजल को केंद्र सरकार ने पुन: आईएएस के तौर पर पर्यटन एवं प्रशिक्षण मंत्रालय में उप सचिव के पद पर नियुक्ति दी है. शाह फैजल ने दो साल नौकरी से इस्तीफा देकर जम्मू-कश्मीर की सक्रिय राजनीति में कूद गए थे, लेकिन जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से आए बदलाव को देखते हुए उन्होंने राजनीति छोड़ फिर से सरकारी नौकरी में शामिल होने की बात कही थी.
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