नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव की तस्वीर शाम तक पूरी तरह से साफ हो गई. 90 सीटों में से 42 सीट जीतकर नेशनल कांफ्रेस पहले नंबर की पार्टी बनी है, वहीं सहयोगी दल कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत हासिल की है. इस तरह से गठबंधन ने कुल 48 सीटें जीती हैं, जो बहुमत के आंकड़े से 3 अधिक है. वहीं दूसरी ओर भाजपा ने 29 सीटों पर जीत हासिल कर दूसरी बड़ी पार्टी बनी है.

जम्मू-कश्मीर का विधानसभा चुनाव अंतिम समय तक दो ध्रुवों के बीच का चुनाव होकर रह गया था. एक तरफ एनसी और कांग्रेस थे, तो दूसरी ओर भाजपा थी. दोनों को उम्मीद से कही अधिक सफलता मिली है. कश्मीर क्षेत्र में नेशनल कांफ्रेस ने पीडीपी को धराशाई कर दिया, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने 29 सीटों पर जीत हासिल कर जम्मू क्षेत्र से कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है.

दो दिग्गजों के बीच की लड़ाई में तीसरे मोर्चे और स्वतंत्र उम्मीदवारों की हालत खराब हो गई. जमात-ए-इस्लामी समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार और इंजीनियर अब्दुल राशिद के नेतृत्व वाली अवामी इत्तेहाद पार्टी मंगलवार को विधानसभा चुनाव के नतीजों में कोई बड़ा प्रभाव डालने में विफल रही.

जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (जेकेपीडीपी) 2 पर जीत हासिल की है, वहीं 2 पर बढ़त बनाए हुए है. जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेपीसी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और आम आदमी पार्टी एक-एक सीट पर जीत हासिल करने में सफल रही. स्वतंत्र उम्मीदवार 7 सीटों पर कामयाब हुए.

बीजेपी के अध्यक्ष रैना ने दिया इस्तीफा

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद रवींद्र रैना ने जम्मू-कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राज्य में पार्टी के प्रदर्शन के बाद यह बड़ा फैसला लिया. इससे पहले रवींद्र रैना खुद जम्मू रीजन की नौशेरा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं.

सीटों का लेखा-जोखा

जम्मू और कश्मीर राष्ट्रीय सम्मेलन – जेकेएन42042
भारतीय जनता पार्टी – बीजेपी29029
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – INC606
जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी – जेकेपीडीपी303
जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस – जेपीसी101
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) – सीपीआई(एम)101
आम आदमी पार्टी – AAAP101
स्वतंत्र – IND707