PDP Chief Mehbooba Mufti: जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir)में अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाने की कोशिश में लगी पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बड़ा दांव चला है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी चूफ ने घाटी में कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) की वापसी पर जोर दिया है। इसे लेकर उन्होंने 5 साल बाद जम्मू-कश्मीर LG मनोज सिन्हा से मुलाकात की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर एलजी से कश्मीरी पंडितों को वापस घाटी लाने की वकालत करते हुए इस पर योजना बनाने की बात कही।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पांच साल में पहली बार सोमवार (2 जून) को उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की। इस खास मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मैंने कश्मीरी पंडितों की वापसी की मांग की।
महबूबा मुफ्ती ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हमने एलजी से मुलाकात की और हमने फिर से इस मुलाकात में कश्मीरी पंडितों की वापसी पर जोर दिया। हमें लगता है कि कश्मीरी पंडितों के बिना कोई राजनीतिक प्रक्रिया पूरी नहीं होती। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने एलजी को एक चिट्ठी दी, जो मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शा को भी भेजी है। उन्होंने कहा कि 74 हजार से अधिक विस्थापित परिवारों में से बहुत सारे वापस आना चाहते हैं और उनको इसमें मदद देनी चाहिए।
शर्मिष्ठा पनोली के सपोर्ट में उतरी कंगना रनौत, बोलीं- तुरंत रिहा करो, बंगाल को उत्तर कोरिया मत बनाओ
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों का एक बड़ा हिस्सा घाटी से बाहर है और पीएम पैकेज के तहत काम करने वाले लोग ट्रांसफर प्रक्रिया को लेकर बहुत परेशान हैं। ऐसी नीति में उन पर उस जगह काम करने के लिए दबाव नहीं डाला जाना चाहिए जहां पीएम पैकेज के कर्मचारी नहीं जाना चाहते। मुफ्ती ने कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडितों का एक दिन में वापस लौटना संभव नहीं है, लेकिन जैसे-जैसे जम्मू और अन्य इलाकों में माहौल सही होता जाएगा, वे एक-एक करके आएंगे। मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि राजनीतिक रूप से भी उनके लिए आरक्षण बनाए रखें।
साली का कटा सिर लेकर घूमता रहा जीजा: मंदिर के सामने लगाया जयकारा; देखें वीडियो
सीट और जमीन की उठाई मांग
2019 में 370 हटने के बाद पहली बार एलजी से मिलकर महबूबा मुफ्ती ने कहा, ”वापस आने वाले सभी कश्मीरी पंडितों को उनके गृह जिले में आधा कनाल जमीन दी जाए। जम्मू कश्मीर विधानसभा में कश्मीरी पंडितों को दी गई दो नॉमिनेटेड सीट के बदले उनकी सीट आरक्षित की जाए। कश्मीरी पंडितों को सम्मान और शांति के साथ लौटने में मदद मिले। अमरनाथ यात्रा में आम लोगों के साथ भी काम किया जाए।
उमर अब्दुल्ला पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, ”उमर अब्दुल्ला (जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री) सरकार असेंबली में अनुच्छेद 370 पर प्रस्ताव के बदले ट्यूलिप गार्डन में घूम रहे थे। हमने सब को चिठ्ठी लिखी और अगर उमर सरकार इसको हल्के में ले रही है तो हम क्या कर सकते हैं। कश्मीरी पंडितों की वापसी हमारा पॉलिटिकल एजेंडा होगा और सरकार के साथ साथ हम भी उनकी वापसी के लिए काम करेंगे।
हनीमून मनाने गए कपल का रोमांटिक वीडियो वायरल, देखते ही लोग बोले- ‘150 रुपए…’, देखें वीडियो
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक