नईदिल्ली. जम्मू-कश्मीर में सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के समर्थन वापसी के बाद बीते पांच महीनों से सत्ता से रहने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अब कांग्रेस के अलावा नेशनल कांफ्रेंस के साथ मिलकर सरकार बनाने पर चर्चा कर रही है.
पीडीपी के वरिष्ठ नेता और पीडीपी-भाजपा सरकार के वित्तमंत्री रहे अल्ताफ बुखारी ने एनसी के उमर उब्दुला से उनके निवास में मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा में बताया कि पार्टी कांग्रेस और एनसी के साथ मिलकर सरकार बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस कदम जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को बरकरार रखने के लिए उठाया जा रहा है. आज हमारी पहचान आज खतरे में है. आर्टिकल 370 और 35ए खतरे में है. इस कदम में हमारे साथ 55 से 60 विधायक साथ हैं.
कांग्रेस के साथ पहले भी गठबंधन में बना चुकी है सरकार
गौरतलब है की पीडीपी ने कांग्रेस के साथ 2002 और 2008 में गठबंधन किया था. इसके पहले तीनों दलों के नेताओं ने सप्ताहभर तक अनौपचारिक बैठक कर गठबंधन सरकार बनाने के लिए रणनीति बनाई थी. बैठक में सरकार बनने के बाद तीनों पार्टियों के नेताओं को मिलने वाले महत्वपूर्ण पदों को लेकर भी विचार किया गया था.
मुख्यमंत्री को लेकर अभी नहीं हुआ है निर्णय
पीडीपी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि नए गठबंधन में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर फैसला नहीं लिया गया है. फिलहाल, प्राथमिकता तीनों दलों की गठबंधन सरकार बनाने को लेकर है. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीए मीर का कहना है कि कांग्रेस को सरकार बनाने की जल्दी नहीं है. लेकिन हम भाजपा के पीछे के दरवाजे से सत्ता में पहुंचने की कोशिश में चुप भी नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच औपचारिक बैठक को लेकर हफ्तेभर में निर्णय ले लिया जाएगा.
गौरतलब है कि वर्तमान जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीडीपी के 28, एनसी के 15 और कांग्रेस के 12 विधायक है, जो बहुमत के लिए जरूरी 44 के आंकड़े से कहीं ज्यादा है. वहीं भाजपा के पास 23 विधायक हैं.