jamui crime news जमुई / विजय कुमार की रिपोर्ट….

जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र अंतर्गत सुगुआ महुआ गांव के पास जंगली इलाके में एक युवक का अपहरण कर अपराधियों द्वारा परिजनों से लगातार फिरौती की मांग की जा रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जमुई ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सतीश सुमन के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया। इस टीम में बरहट थाना प्रभारी कुमार संजीव, लक्ष्मीपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।

तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया…

SIT द्वारा ग्राम सुगुआ महुआ के आसपास सघन सर्च अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान घायल अवस्था में अपहृत युवक गौतम कुमार उर्फ पप्पू जो दुमका, झारखंड को सकुशल बरामद कर लिया गया। पुलिस ने मौके से भाग रहे तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया।

फिरौती की रकम मांगी

एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि शनिवार को बरहट थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति को अगवा कर बरहट के पास के जंगल में रखा हुआ है और उसके परिजनों से फिरौती की रकम मांगी जा रही है। उन्होंने बताया कि घटना के सत्यापन को लेकर बरहट थाना अध्यक्ष संजीव कुमार और लक्ष्मीपुर थाना अध्यक्ष आलोक कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठन किया गया। टीम में diu टेक्निकल इंटेलिजेंस टीम के जरिए विभिन्न फोन नंबर को ट्रैक किया गया और अपहृत व्यक्ति को बरामद किया गया।

बंधक बना कर रखे हुए थे

पुलिस ने पूछताछ में बताया कि गौतम भी साइबर से संबंधित कार्य करते थे। इसी क्रम में उनकी मुलाकात बरहट क्षेत्र के लोगों से हुआ जिसका काम भी साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है। आरोपितों के द्वारा गौतम को पहले बहला फुसला कर दुमका से बुलाया गया और उसे जंगल में ले जाकर बंधक बना कर रखे हुए थे।

कई ओरोपी फरार

आरोपितों के द्वारा गौतम को छोड़ने के एवज में परिवार से 10 लाख की फिरौती मांगी गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गौतम को बरामद किया और तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। इस दौरान गौतम लगभग 6 से 7 घंटे तक आरोपियों के बंधक में थे। पुलिस ने यह भी बताया कि अपहृत गौतम भी धनबाद, दुमका में साइबर क्राइम का काम किया करता था। वहीं, चार से पांच अन्य आरोपी जंगली इलाके का फायदा उठाकर फरार हो गए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।