विजय कुमार/जमुई। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण कार्य तेज़ी से चल रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिला पदाधिकारी नवीन कुमार की देखरेख में सभी प्रशिक्षुओं की ऑफलाइन परीक्षा ली गई, वहीं पीओ (Presiding Officer) और पी1 (Polling Officer-1) का ऑनलाइन असेसमेंट भी कराया गया।

सोनपे कॉलेज में PO और P1 को दिया गया PRO मॉड्यूल का प्रशिक्षण

राजकीय महिला डिग्री कॉलेज, सोनपे में आयोजित प्रशिक्षण सत्र में पीओ और पी1 को PRO मॉड्यूल की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बताया गया कि मॉड्यूल में किस प्रकार समय-समय पर आवश्यक डाटा भरना है। जिला पदाधिकारी ने स्वयं प्रशिक्षण स्थल पर पहुँचकर प्रशिक्षुओं से सवाल-जवाब किए और उन्हें मतदान प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

गिद्धौर में P2 और P3 को मिली आवश्यक प्रशिक्षण की जानकारी

इसी दौरान +2 महाराजा चंद्रचूड़ सिंह विद्यालय, गिद्धौर में पी2 (Polling Officer-2) और पी3 (Polling Officer-3) को भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस सत्र में प्रशिक्षकों ने मतदान दिवस की पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझाई।

EVM और VVPAT पर दिया गया प्रायोगिक अभ्यास

प्रशिक्षण सत्र के दौरान सभी पीओ और पी1 को EVM एवं VVPAT मशीनों पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी गई। प्रशिक्षुओं को मशीनों के संचालन, मॉक पोल की प्रक्रिया तथा मतदान समाप्ति के बाद पीठासीन पदाधिकारी द्वारा भरे जाने वाले सभी आवश्यक प्रपत्रों, विशेष रूप से फॉर्म 17C, की जानकारी दी गई।

मॉक पोल और प्रपत्र 17C की अहमियत पर जोर

जिला प्रशासन की ओर से प्रशिक्षकों ने स्पष्ट किया कि स्वच्छ और पारदर्शी मतदान के लिए मॉक पोल करना और मतदान अभिकर्ता को फॉर्म 17C देना अत्यंत आवश्यक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया का पालन न केवल चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत अनिवार्य है बल्कि इससे मतदान की विश्वसनीयता भी सुनिश्चित होती है।

डीएम ने स्वयं किया प्रशिक्षुओं का मूल्यांकन

प्रशिक्षण के दौरान डीएम नवीन कुमार ने मौके पर उपस्थित रहकर प्रशिक्षुओं से सवाल पूछे और उनके उत्तरों के आधार पर व्यावहारिक ज्ञान का मूल्यांकन किया। उन्होंने सभी को निष्पक्ष और व्यवस्थित तरीके से मतदान कराने की अपील की।

विजय कुमार की रिपोर्ट

जमुई से विजय कुमार ने बताया कि पूरे प्रशिक्षण सत्र में कर्मियों का उत्साह देखने लायक था। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि सभी मतदान अधिकारी चुनाव प्रक्रिया के हर चरण को बारीकी से समझें और उसका पालन करें।