विजय कुमार/ जमुई। जिले में अपहरण और फिरौती मांगने के एक सनसनीखेज मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को धर दबोचा है। साथ ही अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस मामले में कुल 10 लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। सदर एसडीपीओ सतीश सुमन ने प्रेस वार्ता में बताया कि 24 सितंबर की शाम कृष्णा सिंह नामक व्यक्ति ने टाउन थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है। अपहरणकर्ताओं ने युवक की रिहाई के बदले चार लाख रुपए की फिरौती मांगी थी और धमकी दी थी कि पैसे न देने पर उसके बेटे को जान से मार देंगे।

एसपी के निर्देश पर गठित हुई विशेष टीम

सूचना मिलते ही एसपी विश्वजीत दयाल को अवगत कराया गया जिनके निर्देश पर टाउन थाना अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार की अगुवाई में एक विशेष टीम बनाई गई। यह टीम पूरी तरह से सादे कपड़ों में कार्रवाई करते हुए शहर के पंचमंदिर इलाके में छापेमारी करने पहुंची। इस दौरान तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पहचान

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान निम्न रूप से हुई है सहबाज खान, पिता मो. सरफराज खान, निवासी आजाद नगर, मो. आजम, पिता मो. ताहिर, निवासी आजाद नगर, राजा कुमार भगत , पिता मनोज भगत, निवासी सीमंडीह मोहल्ला निवासी है। तीनों अभियुक्तों से पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

पवन यादव निकला मास्टरमाइंड

पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि अपहरण की पूरी साजिश पवन यादव नामक व्यक्ति ने रची थी जो हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया है। फिलहाल वह फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पवन यादव पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।

अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास रहा है

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में सहबाज खान और मो. आजम का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है। वहीं राजा कुमार भगत के पुराने मामलों की जांच की जा रही है। अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी है और जल्द ही सभी को हिरासत में लेने का दावा किया है।

पुलिस की तत्परता से टली बड़ी वारदात

पुलिस की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से युवक की जान बच गई और बड़ी वारदात टल गई। जमुई पुलिस की इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। अधिकारी स्तर पर भी यह मामला गंभीरता से लिया गया है और जिला प्रशासन ने आगे भी ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई के संकेत दिए हैं।