पटना। बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जन सुराज पार्टी ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने उम्मीदवारों के चयन को पूरी तरह पारदर्शी और लोकतांत्रिक बनाने का ऐलान किया है। इसके लिए राज्यव्यापी अभियान की रूपरेखा तैयार कर ली गई है जिसमें जनता और कार्यकर्ताओं की राय को प्राथमिकता दी जाएगी।
खत्म होगी ‘आलाकमान’ संस्कृति
पार्टी प्रवक्ता सैयद मसीह उद्दीन ने जानकारी दी कि जन सुराज पार्टी पारंपरिक दलों की तरह आलाकमान संस्कृति नहीं अपनाएगी। उन्होंने बताया कि प्रत्याशियों का चयन स्थानीय नेतृत्व, कार्यकर्ता और आम जनता की राय के आधार पर किया जाएगा। यह बिहार की राजनीति में एक नया प्रयोग साबित होगा।
जानें कब कब होंगे सम्मेलन
पार्टी ने घोषणा की है कि आगामी 22 सितंबर से 26 सितंबर और 3 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। हर सम्मेलन में पार्टी मुख्यालय से दो केंद्रीय पर्यवेक्षक, जिला प्रभारी और जिलाध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
जमीनी कार्यकर्ताओं से राय लेकर तय होंगे उम्मीदवार
सम्मेलनों में उस क्षेत्र से आवेदन देने वाले उम्मीदवारों की सामाजिक राजनीतिक और चुनावी प्रभावशीलता पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। पंचायत, प्रखंड और बूथ स्तर के कार्यकर्ता लिखित व मौखिक रूप से राय देंगे। इसके साथ ही विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रतिनिधि जैसे युवा, महिला, अल्पसंख्यक, किसान और अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्य भी सम्मिलित होंगे।
संगठन विस्तार पर जोर
प्रवक्ता ने बताया कि जन सुराज पार्टी की बिहार बदलाव यात्रा राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर संगठन और संभावित उम्मीदवारों द्वारा मिलकर चलाई जा रही है। साथ ही पार्टी 8053 ग्राम पंचायतों, 251 नगर निकायों और हर मतदान केंद्र तक अपनी संगठनात्मक पहुंच मजबूत कर रही है।
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