अजय सूर्यवंशी,जशपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते जशपुर जिले में लॉकडाउन लगाया गया है. इस दौरान सब्जी व्यापारियों को छूट दी गई है. इसी बीच व्यापारियों ने बगीचा तहसीलदार के घर के सामने पिकअप से लदी सब्जियों को फेंककर विरोध जताया है. किसानों का आरोप है कि तहसीलदार ने उनसे 5 हजार रुपए की माँग की. पैसे नहीं देने पर उन्होंने गाड़ी को जब्त कर लिया. इधर विरोध जताए जाने पर तहसीलदार ने कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन मानते हुए थाने में शिकायत की है.
किसानों का कहना है कि बीत रात बगीचा से झारखंड के धनबाद जा रही सब्जियों से भरी पिकअप को तहसीलदार डॉ. टी.डी. मरकाम ने रोक लिया. ड्राइवर और क्लीनर से तहसीलदार ने पूछताछ कर 5 हजार रुपए की मांग की. पैसे नहीं देने पर तहसीलदार ने पिअकप को जब्त कर थाने ले जाकर खड़ा कर दिया.
जिसके बाद व्यापारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पिकअप को तहसीलदार के बंगले के सामने खड़ा कर दिया. बंगले के बाहर खीरा, करेला समेत अन्य सब्जियां फेंककर विरोध जताया. किसानों का आरोप है कि कोरोनाकाल में सब्जियों के परिवहन को छूट दी गई है. बावजूद इशके तहसीलदार ने मनामानी की है. किसानों ने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
तहसीलदार ने आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि बीते दिनों ब्लॉक में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने पर कई व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसी का बदला लेने के लिए कुछ व्यापारी मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. इसीलिए आज बंगले सामने सब्जी फेंका गया.
उन्होंने कहा कि जिले में 5 मई तक सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान भीड़ भाड़ के साथ प्रदर्शन करना धारा 144 का उलंघन है. अब प्रदर्शनकारियों का फोटो पत्नी ने मुझे भेजा है. जिसके आधार पर प्रदर्शन करने वालों की पहचान कर कार्रवाई के लिए बगीचा थाने को भेजा गया है.
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