गोपाल कृष्ण नायक, खरसिया. ग्राम पंचायत रक्सापाली के आश्रित ग्राम सलिहाभांठा भूपदेवपुर में स्थित नवोदय विद्यालय के 25 बच्चे में वायरल फीवर के शिकार हो गए, जिनके लिए अस्थाई स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. वहीं स्थिति को देखते हुए 120 बच्चों को उनके पालक घर वापस लौट गए हैं.
रायगढ़ जिले के खरसिया विकासखंड के ग्राम सलिहाभांठा में संचालित आवासीय स्कूल में 540 छात्र-छात्राएं रहते हैं, जिनके लिए 12 हाउसेस हैं. विद्यालय में पिछले कुछ दिनों से बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी और देखते-देखते वायरल फीवर, सर्दी-खांसी व अन्य बीमारियों से पीड़ित बच्चों की संख्या 145 तक पहुंच गई है. शुक्रवार को 120 बच्चों को उनके परिजन ले गए थे. रविवार-सोमवार को भी यह सिलसिला चलता रहा.
एक कमरे में रहते हैं 30 बच्चे
नवोदय विद्यालय का संचालन भले केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा किया जा रहा हो, लेकिन व्यवस्था उसके अनुरूप नजर नहीं आती. निवासरत छात्रों ने बताया कि भोजन-पानी तो दूर रहने की जगह भी ठीक नहीं है. एक एक कमरे में 30-32 बच्चों को रखा गया है. लड़कियों के हाउस में एक-एक बेड पर तीन-तीन बच्चों को सोना पड़ता है. खिड़कियों की जाली टूट चुकी है, जिसके कारण मच्छर भीतर प्रवेश करते हैं. वही भवन के छतों में दरार होने से सीपेज होता रहता है.
खंडहर होता जा रहा भवन
नवोदय विद्यालय की स्थापना के बाद से यहां न तो भवन की पुताई हुई है, और न ही टूट-फूट की मरम्मत की गई है. स्कूल भवन के आधे दरवाजे खिड़कियां गायब हैं. चारों ओर गंदगी का आलम है. कमरे के भीतर जहां छात्र रहते हैं, वहां वेंटिलेशन का अभाव है. प्राचार्य का कहना है कि स्कूल के मेंटेनेंस के लिए कभी पैसे ही नहीं आए.
मौसम के बदलने से बढ़ा संक्रमण
मामले में विद्यालय के प्राचार्य जयराम नायक का कहना है कि बीमारी का कारण मौसम में बदलाव होना है. मौसम के बदलने से संक्रमण बढ़ा और बच्चे बीमार हो गए. यहां अस्थाई कैंप लगाया गया है. कुछ बच्चों के परिजन उन्हें घर ले जा रहे हैं. मौसम साफ होने के बाद बीमारी भी कम हो जाएगी. बुखार बढ़ने का कोई दूसरा कारण नहीं है.