चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग– पाटन के ज्वेलर्स संचालक शुक्रवार शाम को घर लौटते समय अचानक लापता हो गए. देर रात को संचालक के घर नहीं पहुंचने पर परिजन घबरा गए. इसी बीच सुबह ज्वेलरी दुकान खुले होने की जानकारी मिली. दुकान जाकर देखा तो 50 किलो चांदी, डेढ़ किलो सोना और नगद राशि गायब थे. परिजनों ने अपहरण की आशंका जताते हुए इसकी रिपोर्ट नेवई थाने में लिखाई. पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है. उन्होंने इस मामले को जल्द सुलझा लेने का दावा किया है.

पुलिस ने बताया कि रिसाली निवासी हरिप्रसाद देवांगन पिछले 10 साल से पाटन में ज्वेलरी दुकान संचालित कर रहा है. वह रोजाना रिसाली से बस में आना जाना करते थे. शुक्रवार को भी वह दुकान बंद कर बस से मरोदा पहुंचे. जहां वे साइकिल दुकान में रखी अपनी साइकिल लेकर अपने घर रिसाली बस्ती जाने के लिए निकले, लेकिन रात 8 बजे तक घर नहीं पहुंचे, तब परिजनों ने उनके मोबाइल पर फोन किया, लेकिन लेकिन हरिप्रसाद का मोबाइल बंद बताने पर परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की, लेकिन उनका कही पता नहीं चला.

ज्वेलर्स

परिजनों को शनिवार सुबह पाटन स्थित ज्वेलरी दुकान के पास के दुकानदार ने फोन पर सूचना दी कि आपकी दुकान खुली हुई है और किसी ने बाकायदा चाबी से ताला खोलकर पहले चैनल फिर शटर को खोला है. ऐसी सूचना मिलते ही परिजन घबराकर इसकी सूचना नेवई थाने में दिए और अपहरण होने की आशंका व्यक्त किए. इसके बाद परिजनों ने पाटन पहुंचकर पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय को डेढ़ किलो सोना, 50 किलो चांदी और नगर राशि गायब होने की जानकारी दी है.

पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी तथ्यों पर जांच शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार फिलहाल अभी संचालक का गुमशुदगी दर्ज कर जांच की जा रही है वहीं दुकान के खुले होने पर पाटन थाने में धारा 457 के तहत मामला पंजीबद्ध कर टीम बनाकर जांच में जुट गई है.