सदफ हामिद, भोपाल। मध्य प्रदेश में राज्य सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते अस्पतालों में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है. राजधानी भोपाल का जेपी जिला अस्पताल ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है. मध्यप्रदेश का यह पहला जिला अस्पताल है, जहां दो ऑक्सीजन जनरेशन के 1 हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता के अलग-अलग दो प्लांट की शुरुआत होने जा रही है. जिसके बाद जेपी अस्पताल एमपी में ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा.

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बता दें कि जेपी अस्पताल में करीब एक प्लांट का काम पूरा हो गया है. जिसकी शुरुआत 4 से 5 दिन में हो जाएगी. वहीं 1 हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन की क्षमता के दूसरे प्लांट को भी मंजूरी मिल गई है. केंद्र सरकार की तरफ से इस प्लांट को स्वीकृति दी गई है. प्लांट लगाने के लिए जगह का चयन किया जा रहा है.

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जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्लांट शुरू होने के बाद ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. एक प्लांट का काम करीब पूरा हो गया है. दूसरे प्लांट का काम भी जल्द शुरु होगा. जिसके बाद जेपी अस्पताल ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा.

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