रायपुर- जन्मदिन के बहाने राजधानी रायपुर में मेगा शो करते हुए जेसीसी सुप्रीमो अजीत जोगी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया. करीब पचास हजार की भीड़ जुटाने में कामयाब रहे अजीत जोगी ने अपने भाषण में हर उस पहलू को छूने की कोशिश की, जिससे जनता का समर्थन जुटाया जा सके. भाषण राजनीतिक भी रहा, तो भावनात्मक तौर पर भी जोगी आम लोगों के बीच अपने रिश्ते को गढ़ते नजर आए. भाषण की शुरूआत में अजीत जोगी ने अपने साथ हुई दुर्घटना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने के बाद मुझे दिल्ली, लंदन ले जाया गया. 11 दिन मैं बेहोश था. मेरा शरीर मशीन से चल रहा था. दिल, दिमाग, कलेजा मशीन से चल रहा था. मुझे बेहोशी में छह फीट ऊंचे लंबी ढाड़ी वाले किसी व्यक्ति का दर्शन हुआ. उसने कहा मैं लेने आया हूं. उस वक्त मुझे एक तरफ लंबी कद काठी का वह व्यक्ति नजर आ रहा था, तो दूसरी ओर मुझे छत्तीसगढ़ की मेरी जनता दिख रही थी. मैंने कहा- तुमसे ज्यादा जरूरत मेरी छत्तीसगढ़वासियों को हैं. आप लोग मुझे वापस लाए हो. यह जिंदगी आप लोगों की दी हुई है. यह जिंदगी मेरी जिंदगी नहीं है. यह जन्मदिन मेरा जन्मदिन नहीं है.
जोगी ने कहा कि – मैं गरीब घर में पैदा हुआ. माता पिता ने कैसे पाला-पोसा मैं बता नहीं सकता. मैं नांगर जोता हूं. ब्यासी करा हूं. मिजाई की है. हंसिया से फसल काटा है. सिर पर बोझा ढोया है. सब काम मैंने अपने हाथों से किया है. पढ़ने के लिए मैं पैदल जाता था. मैं इंजीनियर बन गया, वकील बन गया, प्रोफेसर बन गया, आईपीएस बन गया, आईएएस बन गया. कलेक्टरी का मेरा रिकार्ड रहा है. 13 साल मैं कलेक्टर रहा हूं. राज्यसभा, लोकसभा, विधानसभा सब जगह पहुंचा हूं. छत्तीसगढ़ के सभी देवी देवता की कृपा से मैं यहां का पहला मुख्यमंत्री भी बना. मेरा एक ही बेटा है,अमित जोगी, वह भी एमएलए बन गया. पत्नि है रेणु जोगी. वह भी तीन बार की विधायक बन गई है. मेरे पास अब क्या कमी है. सरकारी घर है, सरकारी गाड़ी है. आईएएस, राज्यसभा, लोकसभा, मुख्यमंत्री सबका मुझे पैसा मिल रहा है. इन सबके बावजूद आज मैं व्हीलचेयर पर क्यों आया हूं? मेरी जगह कोई दूसरा होता, तो खटिया में तानकर सो रहा होता. मजे से पड़े रहता, लेकिन मैं यहां आपके बीच आया हूं. सिर्फ इसलिए की मेरे जीवन का एक-एक पल आपके लिए है. मेरा जीवन अब अमित जोगी, रेणु जोगी के लिए नहीं है. मैं गरीब से अमीर बना हूं. मैं चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ का एक-एक लड़का, एक-एक लड़की अजीत जोगी बने.
अजीत जोगी ने कहा कि मैंने नई पार्टी बनाई तो यह सवाल उठा कि क्यों बनाई है? यहां दो पार्टी राज करती रही हैं. एक हाथ छाप जिसे कांग्रेस कहते हैं, जिसने 55 साल राज किया है औऱ दूसरी बीजेपी, जो बीते 15 सालों से राज कर रही है. दोनों पार्टी का फैसला यहां नहीं होता. डाॅ.रमन सिंह ने पिछले चुनाव में कहा था कि बीजेपी सरकार आई, तो 2400 रूपए समर्थन मूल्य और 300 रूपए बोनस देंगे. लेकिन जब देने की पारी आई, तब वह दिल्ली चले गए, क्योंकि वहां दूसरा झूठा आदमी बैठा था. वहां से जब पूछा गया कि कितना कहकर आए, तो रमन सिंह ने जवाब दिया और कहा कि 2400 रूपए समर्थन मूल्य और 300 रूपए बोनस. इतने में उन्हें डांट पड़ गई. कहा गया कि सब किसानों को दे दोगे, तो तुम्हारे और मेरा पास क्या बचेगा. जोगी ने कहा कि- मैं ऐसी पार्टी बनाया हूं, जिसमें छत्तीसगढ़ का फैसला छत्तीसगढ़ में ही होगा. हमें पूछने के लिए नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी के पास नहीं जाना होगा. यहां का फैसला यहां के लोग ही करेंगे.
अजीत जोगी ने कहा कि- मैंने शपथ पत्र दिया है. यदि मेरी एक बात भी गलत निकली, तो आप लोगों को अधिकार है कि न्यायालय में घसीट कर मुझे दो साल की सजा दिला सकते हो. मैं 2500 रूपए समर्थन मूल्य दूंगा. मैने कहा है कि ज्यादातर किसानों का कर्जा माफ करूंगा. प्रदेश में 20 लाख लोग बेरोजगार घूम रहे हैं. मेरे शपथ पत्र में 20 लाख बेरोजगारों को रोजगार देने की बात कही है.