कुंदन कुमार/पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में प्रदेश भर से आए संभावित उम्मीदवारों से मुलाकात की। यह मुलाकात चुनावी टिकट वितरण और संगठनात्मक रणनीति तय करने के उद्देश्य से की गई।

उम्मीदवारों से सीधे संवाद करेंगे नीतीश

जानकारी के मुताबिक, सभी संभावित उम्मीदवारों को व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया । इन उम्मीदवारों को फोन कॉल के माध्यम से आमंत्रण भेजा गया था। उम्मीदवार अपने राजनीतिक और सामाजिक कार्यों का विस्तृत बायोडाटा लेकर पहुंचे है। इसमें उनकी शैक्षणिक योग्यता, संगठन से जुड़ाव, जनता के बीच लोकप्रियता और स्थानीय सामाजिक समीकरणों का विवरण शामिल है।

टिकट चयन में पारदर्शिता का प्रयास

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक-एक कर सभी उम्मीदवारों से संवाद कर रहे हैं। इस दौरान क्षेत्रीय संतुलन, जातीय प्रतिनिधित्व और जमीनी पकड़ जैसे बिंदुओं पर गहन मूल्यांकन किया जा रहा है। जेडीयू सूत्रों का कहना है कि यह कवायद टिकट बंटवारे को पारदर्शी और तर्कसंगत बनाने के लिए की जा रही है।

बैठक में मौजूद रहे वरिष्ठ नेता

बैठक में मुख्यमंत्री के साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद है। इनमें प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री संजय झा, गुलाम रसूल बलियावी समेत तमाम अहम नेता शामिल है। इन सभी नेताओं की भूमिका टिकट चयन में अहम मानी जा रही है।

सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद

मुख्यमंत्री आवास पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रखी गई थी। केवल उन्हीं लोगों को अंदर प्रवेश की अनुमति दी गई, जिनके नाम सूची में दर्ज थे। यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए की गई कि बैठक में कोई अव्यवस्था या अनावश्यक भीड़भाड़ न हो।

क्षमता और क्षेत्रीय समीकरण

नीतीश कुमार की इस कवायद का उद्देश्य केवल टिकट वितरण नहीं, बल्कि संगठन के भीतर से सही प्रतिनिधियों को पहचानना भी है। प्रत्येक उम्मीदवार की स्थानीय स्तर पर स्वीकार्यता, जनता से जुड़ाव और पार्टी के प्रति निष्ठा की जांच की जा रही है। यही आंकलन भविष्य में उम्मीदवारों के चयन का आधार बनेगा।

जल्द तय होंगे नाम

जेडीयू का इरादा है कि इस बैठक के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची पर जल्द फैसला ले लिया जाए। पार्टी चाहती है कि समय रहते प्रत्याशी तय हो जाएं ताकि उन्हें तैयारी का भरपूर समय मिल सके और पार्टी चुनाव मैदान में पूरी ताकत से उतर सके।

नीतीश की सीधी मुलाकात

राजनीतिक से जुड़े लोगों की मानें तो नीतीश कुमार द्वारा की गई यह सीधी बातचीत जेडीयू की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा है। इससे न केवल नेतृत्व को सही उम्मीदवार चुनने में मदद मिलेगी, बल्कि पार्टी के भीतर विश्वास और पारदर्शिता का संदेश भी जाएगा।