पटना। राजनीति के तेज होते दौर में बयानबाजी भले तेज हो लेकिन JDU नेता राजीव रंजन प्रसाद ने सोमवार को एक ऐसा सवाल उठाया जिसने राजनीतिक गर्माहट के बीच मानवीय संवेदनाओं को फिर से केंद्र में ला दिया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे सवाल बेहद अमानवीय हैं। किसी की जीवन रेखा पर सवाल खड़े करना उचित नहीं। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि राजनीति विचारों की लड़ाई है लेकिन किसी व्यक्ति के जीवन उम्र या अस्तित्व पर टिप्पणी करना लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस देश की राजनीति में विचारों का टकराव हो सकता है, लेकिन संवेदनाओं की मर्यादा नहीं टूटनी चाहिए।

भारत के बदलते स्वरूप का उल्लेख

अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि बीते वर्षों में भारत ने कई अविस्मरणीय ऊंचाइयां हासिल की हैं। यही उपलब्धियां आगे बढ़कर विजन 2047 की आधारशिला बनती हैं।

विजन 2047: एक राष्ट्रीय संकल्प

उन्होंने कहा भारत का जो विजन 2047 है, वह केवल सरकार का नहीं बल्कि पूरे देश का संकल्प पत्र है। अगर तय रोड मैप पर हम सब मिलकर चलते रहें तो निश्चित ही इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। मानवीय मूल्यों और राष्ट्रीय विकास-दोनों को जोड़ते हुए यह बयान उस राजनीति को आवाज देता है जिसमें व्यक्ति से ऊपर देश और संवेदनाएँ रखी जाती हैं।