कुंदन कुमार/पटना। बिहार में बिजली व्यवस्था को लेकर एक बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घरेलू उपभोक्ताओं को राहत देते हुए जुलाई माह से 125 यूनिट तक का बिजली बिल माफ करने का ऐलान किया था। इसी फैसले के बाद आज उन्होंने सीधे घरेलू उपभोक्ताओं से संवाद किया, उनकी राय जानी और योजना की जानकारी साझा की।
सड़क पर लालटेन को तोड़ा
मुख्यमंत्री के संवाद कार्यक्रम के कुछ घंटों बाद ही पटना के इनकम टैक्स चौराहा पर जेडीयू (JDU) कार्यकर्ताओं ने एक अनोखा प्रदर्शन किया। दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता हाथों में लालटेन लेकर पहुंचे और जोरदार नारेबाजी की—नीतीश कुमार ज़िंदाबाद, बिजली घर-घर पहुंची है। इसके बाद उन्होंने बीच सड़क पर लालटेन को तोड़कर अपना विरोध और संदेश दोनों ही दिया।
लालटेन युग खत्म
जेडीयू कार्यकर्ताओं का कहना था कि अब बिहार में लालटेन युग खत्म हो चुका है। गांव-गांव और घर-घर तक 24 घंटे बिजली पहुंच चुकी है, जिसके चलते अब लालटेन की कोई जरूरत नहीं रह गई है। कार्यकर्ताओं ने इसे बिजली क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों का प्रतीक बताया और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने का फैसला गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बड़ी राहत है।
आरजेडी पर तंज कसा
इस प्रदर्शन का राजनीतिक संदेश भी साफ था, क्योंकि लालटेन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का चुनाव चिन्ह है। जेडीयू कार्यकर्ताओं ने लालटेन तोड़कर कहीं न कहीं आरजेडी पर तंज कसा। उनका कहना था कि एक समय था जब लालटेन बिहार की पहचान थी, लेकिन अब आधुनिक बिजली व्यवस्था ने इसे अप्रासंगिक बना दिया है।
फैसलों की सराहना
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसलों की सराहना की और कहा कि बिजली की व्यवस्था आज बिहार के विकास की रीढ़ बन चुकी है। वहीं, इस कार्यक्रम ने आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू और आरजेडी के बीच राजनीतिक खींचतान को एक बार फिर तेज कर दिया है।
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