कवर्धा। ओडिशा के ज्वेलरी शॉप से करीब डेढ करोड़ रुपए के जेवरात चोरी कर मौज कर रहे दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपियों ने जेल में रहने के दौरान ही चोरी की योजना बनाई और करोड़ों के सोने पार कर दिए. लेकिन चोरों ने अपने घर कवर्धा वापस आकर उसी पैसे से नई कार खरीदकर बड़ी गलती कर दी. इसी गलती ने उनको दोबारा जेल पहुंचा दिया. पुलिस इनके कब्जे से नगदी समेत सिर्फ 38 लाख रुपए ही रिकवर कर पाई है.
पुलिस के मुताबिक ओडिशा के बेरहमपुर जिले के बड़ापारा थाना स्थित ज्वेलरी शाॅप में अक्टूबर महीने में करीब एक करोड़ 50 लाख रुपए कीमती सोने के जेवर चोरी कर लिए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. जांच के दौरान मिले क्लू के आधार पर कवर्धा पुलिस से संपर्क किया गया. पुलिस ने संदेही और आदतन निगरानी चोर लोकेश श्रीवास से पूछताछ किया गया. लोकेश पहले भी चोरी के मामले में 4 बार जेल, एक वर्ष की जिला बदर और अभी जमानत पर रिहा होने के बाद कवर्धा शहर में रह रहा था.
लोकेश श्रीवास ने पूछताछ के दौरान ओडिशा अपने साथी लोकेश राव निवासी कुर्सीपार भिलाई के साथ मिलकर जेवरात चोरी करने कबूल कर लिया. उसने लोकेश राव के साथ दुर्ग जेल में रहने के दौरान घटना की योजना बनाई. चोरी किये गये कुछ सोने के जेवर को उत्तरप्रदेश राज्य में बेच दिया और कुछ जेवर को अपने पास रखा था. इसके साथ ही उसी पैसे से एक नया अर्टिका कार खरीदा था.
आरोपी के निशानदेही पर लोकेश राव के कब्जे से सोने का 169 ग्राम जेवर, 12 लाख 60 हजार नगदी, अर्टिका कार और 2 नग मोबाइल बरामद किया गया है. जिसकी कुल कीमत 38 लाख रुपए है. बाकी पैसे या जेवरात कहां है इसका पता लगाया जा रहा है. फिलहाल ओडिशा पुलिस ने दोनों को कवर्धा से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर ले गई है.