नीलेश भानपुरिया, झाबुआ। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लंबे समय के बाद बोर्ड परीक्षा (Board Exams) की तर्ज पर 8 वीं और 5वीं की परीक्षा हुई। अब राज्य शिक्षा केंद्र के निदेशानुसार पूरे प्रदेश सहित झाबुआ (Jhabua) जिले में भी पुस्तिका मूल्यांकन हो रहा है। इस बीच पुस्तिका मूल्यांकन में शिक्षकों को कई परेशानियों को सामना करना पड़ा रहा। मूलांकन केंद्र में न ही पंखे और न ही साफ पानी पीने की व्यवस्था है।

जिले के मेघनगर उत्कृष्ट विद्यालय में आठवीं पांचवीं के मूल्यांकन के लिए 300 से अधिक शिक्षकों को मात्र 10 दिनों में 23 हजार से अधिक मूल्यांकन कॉपी चेक करने का जिम्मा दिया गया है। रविवार का अवकाश निरस्तकर इन शिक्षकों को 40 डिग्री से भी अधिक तापमान में रविवार को कॉपी का मूल्यांकन करने पहुंचे तो शिक्षकों ने पंखा नहीं होने के कारण पसीने में लथपथ होकर काॅपी चेक किया। कुछ शिक्षक बाहर बरामदे में ही टेबल कुर्सी लगाकर जैसे तैसे मूल्यांकन का काम पूरा किया।

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इस दौरान इन्हें साफ स्वच्छ पीने का पानी भी नसीब नहीं हुआ। इतनी ही नहीं शिक्षकों के लिए चाय नाश्ते की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई थी। जिससे साफ प्रतीत हो रहा है कि झाबुआ कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां मेघनगर बीआरसी बीईओ सीएम राइज स्कूल के प्रिंसिपल मिलकर उड़ा रहे हैं। उत्तर पुस्तिका जैसी गंभीरता के प्रति भीषण गर्मी में अधिकारियों का गंभीर नहीं होना कई सवाल खड़े होते हैं।

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