कुंदन कुमार/जहानाबाद। जिले के झूनाथी गांव में हाल ही में निर्मित नए थाना भवन का नामकरण पहले नक्शल थाना झूनाथी के रूप में किया गया था। इस कदम को स्थानीय प्रशासन द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना गया था। प्रशासन का मानना था कि इस नाम से क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता और सुरक्षा के प्रति जनता में विश्वास बढ़ेगा। हालांकि कुछ ही दिनों बाद अचानक प्रशासन ने इस नाम को हटाने का फैसला लिया। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण चुनावी आचार संहिता को बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग द्वारा जारी नियमों के तहत नक्शल थाना जैसे संवेदनशील शब्द का उपयोग चुनाव के दौरान विवाद और राजनीतिक तनाव बढ़ा सकता था। इसके चलते जिला प्रशासन को उच्च स्तर से निर्देश मिला कि इस नाम को तुरंत हटाया जाए।

नकारात्मक रूप में पेश कर सकता है

प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि चुनावी आचार संहिता लागू होने के बाद विभिन्न स्तरों से इस नाम को लेकर आपत्तियां सामने आईं। स्थानीय और बाहरी कुछ संगठनों ने कहा कि ‘नक्शल थाना’ नाम क्षेत्र की छवि को नकारात्मक रूप में पेश कर सकता है, जिससे सामाजिक और राजनीतिक माहौल प्रभावित हो सकता है। इसलिए इसे तत्काल हटाना जरूरी था। उन्होंने बताया कि चुनाव के बाद थाना भवन का उद्घाटन नए नाम के साथ किया जाएगा।

विवाद से बचने की कही बात

स्थानीय पदाधिकारी भी इस कदम को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बताया और कहा कि इसका मकसद किसी प्रकार के विवाद से बचना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि थाना भवन के निर्माण से इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और पुलिस गश्त प्रभावी ढंग से हो सकेगी।

चुनाव के दौरान विवाद टालना जरूरी था

वहीं, ग्रामीणों की प्रतिक्रिया इस फैसले को लेकर मिश्रित है। कुछ ग्रामीण प्रशासन के निर्णय को समझदारी भरा कदम मानते हैं और कहते हैं कि चुनाव के दौरान विवाद टालना जरूरी था। वहीं, कई ग्रामीण इस नाम हटाए जाने से असंतुष्ट हैं। उनका कहना है कि “नक्शल थाना” नाम क्षेत्र की वास्तविक स्थिति को दर्शाता था और इससे पुलिस की कार्यवाही को मजबूती मिलती थी। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द नया नाम घोषित कर थाना भवन का उद्घाटन करें ताकि क्षेत्रवासियों को सुरक्षा का भरोसा मिल सके।

पूरे इलाके में चर्चा का माहौल

इस नाम बदलने को लेकर पूरे इलाके में चर्चा का माहौल है। लोग उत्सुक हैं कि प्रशासन नया नाम क्या रखेगा और कब थाना भवन का औपचारिक उद्घाटन होगा। प्रशासन की कोशिश है कि चुनाव समाप्त होने के तुरंत बाद इस भवन को जनता के लिए खोल दिया जाए ताकि कानून व्यवस्था और सुरक्षा बेहतर हो सके।