दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को छापेमारी से पहले चकमा देकर निकले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची पहुंच गए हैं. करीब 40 घंटे तक ‘लापता’ बताए गए हेमंत सोरेन मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे सामने आए. सीएम आवास के पास अचानक उनका काफिला नजर आया. चेहरे पर मुस्कुराहट और हाथ हिलाते हुए सीएम आवास में दाखिल हुए सोरेन तुरंत ऐक्शन में आ गए.

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सीएम अपने आवास पर पहुंचे हैं. हालांकि वह रांची कब और कैसे पहुंचे इसको लेकर अभी तक कुछ साफ जानकारी सामने नहीं आई है. इस बीच आज झारखंड में सियासी हलचल तेज होता देख रांची में तीन जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है. बता दें मुख्यमंत्री आवास, ईडी ऑफिस और राजभवन के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दिया गया है.

विधायकों की बैठक में कल्पना, अटकलें तेज

सर्किट हाउस में एकत्रित होने के बाद सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी के विधायक सीएम आवास पहुंचे. विधायकों की बैठक में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना भी नजर आईं. इसके बाद से एक बार फिर कल्पना को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं. बताया जा रहा है कि ईडी के रुख को देखते हुए झामुमो को आशंका है कि 31 जनवरी को पूछताछ के दौरान सोरेन को गिरफ्तार किया जा सकता है. पेशी से पहले हेमंत सोरेन प्लान ‘बी’ को लागू करना चाहते हैं.

यह बैठक मौजूदा राजनीतिक स्थिति और बुधवार को मुख्मयंत्री से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जाने वाली पूछताछ को लेकर रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है. सोरेन (48) ने प्रवर्तन निदेशालय को ईमेल भेजकर सूचित किया था कि वह बुधवार को दोपहर एक बजे अपने आवास पर अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं.

प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित 5/1 शांति निकेतन आवास पहुंची और 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही. इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की तलाशी के बाद 36 लाख रुपये, एक एसयूवी और कुछ ‘आपत्तिजनक’ दस्तावेज जब्त किए हैं.

दोबारा पूछताछ करना चाहती है ED

एजेंसी ने 20 जनवरी को मामले में पहली बार सीएम सोरेन का बयान दर्ज किया था. ईडी के अधिकारियों ने लगभग सात घंटों के दौरान धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत बयान दर्ज किया था. माना जाता है कि उस दिन पूछताछ खत्म नहीं हुई थी, इसलिए नया समन जारी किया गया है. एजेंसी के मुताबिक यह जमीन घोटाले से जुड़ा मामला है. इस जमीन का मालिकाना हक माफिया के पास है. ईडी ने अब तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं.