झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Hemant Soren) की पत्नी और गांडेय से विधायक कल्पना सोरेन(Kalpna Soren) को शायद जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा(JMM) पार्टी का नेतृत्व सौंप दिया जाएगा. लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों और हाल ही में झारखंड विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत से उत्साहित झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी अब अपनी फायर ब्रांड नेत्री और गांडेय विधानसभा सीट से विधायक कल्पना सोरेन को JMM पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में है.

झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी के सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन और राज्य के मुखिया और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने महिला विधायक और सोरेन परिवार की बहू कल्पना सोरेन को मजबूत स्तंभ के रूप में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में हैं. जहां पति हेमंत सोरेन राज्य की सरकार संभाल रहे है, और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है.

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झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने उत्साहित होकर कहा कि आजाद भारत के इतिहास में कल्पना सोरेन की लोकप्रियता महज कुछ महीनों में हासिल की हैं.

उसने कहा कि कल्पना सोरेन ने पार्टी और राज्य केविपत्ति में एक संपत्ति बनकर उभरी है, उन्होंने तानाशाहों के खिलाफ संघर्ष किया, सबको एकजुट रखा और महिलाओं के बीच उनकी लोकप्रियता का परिणाम आज सबके सामने है. कल्पना सोरेन जी को भी जिम्मेवारी मिलेगी, उसे बेहतर तरीके से निर्वहन करेगी, क्योंकि वह पोटेंशियल और कैपेबिलिटी से संपन्न है.

उन्होंने कहा कि सबको याद होगा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को षड्यंत्र के तहत जेल में डाल दिया गया था. विपत्ति के समय में घर की दहलीज लांघते हुए राजनीति में कदम रखने वाली सोच ने सभी चुनौतियों का सामना करके आज झारखंड में प्रचंड बहुमत जनादेश से सरकार बनाई. वह पार्टी और सरकार के लिए एक स्टार कंपेनर थीं, और उन्होंने खुद को साबित किया है कि वह पार्टी के लिए एसेर्ट्स हैं और पार्टी के महाधिवेशन में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी. इससे कार्यकर्ता खुश हैं.

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जल्द झारखंड मुक्ति मोर्चा का 13वां महा अधिवेशन

झारखंड मुक्ति मोर्चा जल्द ही अपना 13वां महा अधिवेशन करने जा रहा है. 6 राज्यों के  3000 से अधिक प्रतिनिधि झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और असम से शामिल होंगे. पार्टी इस महाधिवेशन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन को पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद दे सकती है, साथ ही आगामी बिहार चुनाव के लिए भी रणनीति बनाएगी.

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राजनीति में हुई एंट्री

वह बीटेक और एमबीए कर चुके हैं. 31 जनवरी 2024 को ED द्वारा जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया. उन्होंने पहली बार जून 2024 में झारखंड विधानसभा के सदस्य बनने के लिए गांडेय सीट पर हुए उपचुनाव में 27,149 वोटों से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दिलीप वर्मा को हराया.

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वहीं, 2024 में झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्हें गांडेय की जनता का प्यार मिला और दूसरी बार जीत गए, लगभग 17000 वोटो से बीजेपी की प्रत्याशी मुनिया देवी को हराया. झारखंड में महिलाओं के बीच लोकप्रिय नेता बन चुकी कल्पना सोरेन जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की बागडोर संभालने जा रही हैं. अब देखना होगा कि पार्टी उन्हें केंद्रीय उपाध्यक्ष या कुछ और पद देती है.

कल्पना सोरेन ने किया है MBA

कल्पना सोरेन का जन्म पंजाब के कर्पूथला में हुआ था, लेकिन उसके पिता सेंट्रल मिलिट्री पुलिस में थे, इसलिए वह पूरे पश्चिम बंगाल में हरियाणा, यूपी, ओडिशा और कोलकाता में रहीं. वह मूल रूप से ओडिशा से हैं, जहां उन्होंने दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई मयूरभंज से की. केंद्रीय विद्यालय से बीटेक करने के बाद वह MBA की डिग्री प्राप्त की.