Jharkhand Liquor Scam: झारखंड शराब घोटाला मामले में कल गुरुवार को एसीबी (ACB) की टीम ने विनय चौबे और गजेंद्र सिंह (Vinay Choubey and Gajendra Singh) से पूछताछ कीय़ पूछताछ के दौरान विनय चौबे और गजेंद्र सिंह ने मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार करते रहे। वहीं ACB विनय चौबे के सगे-संबंधियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। एसीबी के नोटिस पर कल सबसे पहले एसीबी कार्यालय में विनय चौबे के साला शिपिज पहुंचे। आज विनय चौबे के करीबी विनय कुमार सिंह से पूछताछ होगी।
इधर पूछताछ शुरू होने से पहले ही एसीबी कार्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी। सूचना भवन के मुख्य गेट के पास जवानों की तैनाती की गयी थी।
29 मई को एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने उत्पाद विभाग के तत्कालीन सचिव विनय चौबे और संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह से पूछताछ की। दोनों से फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर विजन और मार्शन कंपनी द्वारा मैनपावर सप्लाई का काम लेने, सरकार को राजस्व का भुगतान नहीं करने और राजस्व वसूली को लेकर विभाग द्वारा बरती गई लापरवाही के बिन्दुओं पर पूछताछ की गई। इसके अलावा सप्लाई से जुड़ी अन्य कंपनियों के बारे में भी जानकारी ली गई।
पूछताछ के दौरान विनय चौबे और गजेंद्र सिंह ने पूरे मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया। दोनों का कहना है कि वह किसी घोटाले में शामिल नहीं हैं और न ही मैनपावर सप्लाई से जुड़ी किसी कंपनी को लाभ पहुंचाने में उनकी कोई भूमिका है।
विनय चौबे के सगे-संबंधियों से पूछताछ शुरू
एसीबी के नोटिस पर कल गुरुवार को सबसे पहले एसीबी कार्यालय में विनय चौबे के साला शिपिज पहुंचे। एसीबी के अधिकारियों ने इनसे भी शराब घोटाले, मैन पावर सप्लाई करनेवाली कंपनी के संबंध में और केस से जुड़े अन्य पहलुओं के बारे में पूछताछ की। इस दौरान शिपिज त्रिवेदी ने किसी भी घोटाले में अपनी संलिप्तता से साफ इंकार किया।
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