सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ में फंसे झारखंड के मजदूर अव्यवस्था के शिकार हो गए. चिलचिलाती गर्मी में कई किलोमीटर पैदल चलकर ये मजदूर धरमपुरा के एक सत्संग भवन पहुंचे, लेकिन उन्हें यहां निराशा हाथ लगी. उन्हें बताया गया कि बसें जिलों के हिसाब भेजी गई है. उसी हिसाब से लोगों को भेजा जा रहा है. इस मजदूरों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था की गई है तो पहले बताना था. भटकने के लिए यहां नहीं आते.

दरअसल झारखण्ड सरकार ने छत्तीसगढ़ में फंसे मजदूरों की वापसी के लिए बस की व्यवस्था की है. इसकी जानकारी मजदूरों को मिलने पर इलाके में जनसैलाब उमड़ पड़ा. रायपुर के साथ ही छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के मजदूर भी राधास्वामी सत्संग भवन के बाहर इस इंतजार में बैठ गए कि उनकी भी बारी आएगी, लेकिन बसों की संख्या कम होने की वजह से नहीं जा पाए. मजदूरों ने बताया कि हम काफी दूर से यहां चलकर आए हैं और यही चाहते है कि किसी भी तरह से अपने राज्य लौट जाएं. जब अधिकारियों ने हमसे कहा कि सिर्फ 6 जिलों की बसें ही रवाना की जाएगी तो ये सुनकर बहुत दु:ख हुआ. जैसे-तैसे कर के हम यहां तक पहुंचे हैं, लेकिन अब वापस जाना पड़ रहा है. वहीं दूसरे मजदूर का कहना है कि भारी भरकम सामान लादकर भरी दोपहरी में यहां पहुंचे थे. अब अधिकारी कहते है कि आप बाहर रहिए आज आपके जिले की बसें नहीं आई है आप कल आइयेगा.

इस मामले में समाजसेविका मनजीत कौर बल ने बताया कि सूचना मिली थी कि झारखंड की बस राधा स्वामी सत्संग भवन से निकलेगी सबसे कठिन काम यह है कि यहां पहुंचने में काफी समय लग रहा है. दूसरी बात मजदूर वर्ग जो पैदल कैसे चलकर आ रहे होंगे. इसकी सूचना उन्हे कहीं रास्ते में नहीं दी गई. जानकारी देने के लिए किसी को खड़ा भी नहीं किया गया. साथ ही यहां लोग पहुंचे तो उन्हें पता चला कि 5 जिलों के लोग यहां से जा सकेंगे. अभी भी स्पष्ट जानकारी नहीं है कि बस कब तक आएगी और मजदूर कैसे जाएंगे. शुरुआत में जानकारी उन्हें नहीं दी गई थी कि जानकारी के अभाव की स्थिति में कुछ खर्चा करके आए थे, कुछ गाड़ियों के माध्यम से पहुंचे हुए थे, वह वापस चले गए हैं. अभी भी जो व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से सरकार द्वारा जानकारी दी जा रही है, उसमें उस आम आदमी और सड़क पर चलने वाले मजदूरों के पास जानकारियां नहीं पहुंच रही है.

इस मामले में एसडीएम संदीप अग्रवाल का कहना है कि आज शासन के द्वारा मजदूरों को भेजे जाने की सूचना प्राप्त हुई है, उसके अनुसार 6 जिले की बस यहां पहुंच जाएगी, उनमें से गोड्डा, सरायकेला, बोकारो, जमशेदपुर समेत 6 जिलों की बसें यहां पहुंचेंगी, बाकी जिलों की बसें कल आने की संभावना है. यहां 400 मजदूर है और लगभग 1000 मजदूर तक होने की संभावना है. मजदूरों को रुकवा दिया गया है. जैसे ही बस आएंगी, उन्हें रवाना किया जाएगा. एसडीएम ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा जिन जिलों के लिए बस भेजी गई है, केवल उसी जिलें के यात्री ही बस में सवार होंगे बाकी जिलों की बसें बाद में पहुंचेगी.