रायपुर. मोबाइल सर्विस में जियो के साथ 4जी सेवा के साथ धमाकेदार एंट्री कर मौजूदा टेलीकॉम कंपनियों की हालत खराब करने वाली रिलायंस कंपनी अब डीटीएच के क्षेत्र में अपनी धमक दिखाने की तैयारी कर रही है. मोबाइल सेवा में जबरदस्त मात खाने के बाद अब डीटीएच सेवा दे रहीं कंपनी सतर्कता बरतते हुए पहले से ही तैयारी में जुट गई हैं.

मोबाइल की तरह डीटीएच में भी रिलायंस के मुकाबले में एयरटेल से है. जियो के खतरे को भांप कर एयरटेल अभी से डिश टीवी के साथ अनुबंध करने की तैयारी में जुटी है. अगर डिश टीवी ( 37 प्रतिशत हिस्सेदारी) के साथ एयरटेल (24 प्रतिशत हिस्सेदारी) एक हो जाएं तो 61 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ एयरटेल देश की सबसे बड़ी डीटीएच कंपनी हो जाएगी. लेकिन यह राह इतनी आसान भी नहीं है. जानकारों की माने तो पहले भी एयरटेल ने टाटा स्काई से गठजोड़ को लेकर चर्चा की थी, लेकिन बात नहीं बनी. अब एयरटेल डिश टीवी के साथ चर्चा कर भविष्य की रणनीति पर चर्चा कर रही है.

वैसे भी जियो ने डीटीएच में प्रवेश से पहले ही अच्छा खासा होमवर्क कर लिया है. केबल सर्विस देने वाली हाथवे केबल और डाटाकॉम के अलावा डेन नेटवर्क्स में जियो ने हिस्सेदारी ले ली है, इन कंपनियों की डीटीएच के अलावा केबल नेटवर्क में अच्छी खासी पकड़ है. जियो ने मोबाइल की तरह डीटीएच में भी धमाकेदार एंट्री की योजना बनाई है, जिसमें ग्राहकों को गीगाफाइबर ब्राडबेंड सेवा के साथ जियो एप की सुविधा मुहैया कराएगी. देश के कुछ चुनिंदा शहरों में जियो ने गीगाफाइबर सेवा शुरू भी कर दी है, जहां ग्राहकों को तीन महीने तक मुफ्त में 100 एमबीपीएस पर 100 गीगाबाइट डाटा मुहैया कराया जा रहा है.

उम्मीद है कि अब एयरटेल के कमर कसने से डीटीएच में भी आने वाले दिनों में कीमत को लेकर जंग छिड़ सकती है. इसका भी फायदा मोबाइल ग्राहकों की तरह डीटीएच को ग्राहकों को होने की उम्मीद है. इस जंग से ग्राहकों की न केवल जेब से कम खर्च होगा, बल्कि उन्हें और बेहतर प्रसारण सेवा बल्कि अच्छा कार्यक्रम देखने को मिलेगा.