
कुंदन कुमार, पटना. पटना के गांधी मैदान में आज शुक्रवार (28 फरवरी) को हिंदुस्तान आवाम मोर्चा द्वारा दलित समागम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी शामिल हुए. यह समागम हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के द्वारा आयोजित की गई थी. इस समागम में भाग लेने बिहार के विभिन्न जिलों से दलित समाज के लोग पहुंचे हुए थे.
दो हस्तियों के लिए भारत रत्न की मांग
दलित समागम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि, माउंटेन मैन दशरथ मांझी को भारत रत्न मिलना चाहिए. उन्होंने भारत सरकार से मांग किया कि दशरथ मांझी को वह भारत रत्न दे. साथ ही उन्होंने कहा कि, बिहार केशरी श्री कृष्णा सिंह को भी भारत रत्न मिलना चाहिए.
मांझी ने कहा कि, दलित समाज को आगे बढ़ाने की कोशिश लगातार केंद्र में बैठी हुई मोदी सरकार कर रही है और कई तरह की योजनाओं का उन्हें लाभ मिल रहा है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो वर्गीकरण की बात कही थी. हम भी इस बात को सोच रहे हैं कि जब तक दलित समाज में वर्गीकरण नहीं होगा कौन दलित समाज का जाति आगे बढ़ गया? कौन आर्थिक रूप से मजबूत हो गया? कौन अभी भी पिछड़ा हुआ है? इसका वर्गीकरण नहीं होगा तब तक अभी भी दलित समाज के कई जाति के लोग हैं, जो सरकारी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं तो वैसे लोगों को लाभ नहीं हो सकता है.
दलित समाज में वर्गीकरण जरूरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, इसीलिए सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार दलित समाज में वर्गीकरण की जो बात की गई है. निश्चित तौर पर सरकार को उस पर भी ध्यान देना चाहिए. वैसे हमने कई सुझाव भी सरकार को भेजा है. उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार दलित जातियों में वर्गीकरण कर जो आर्थिक रूप से कमजोर दलित जाति के लोग हैं, उस पर सरकार ध्यान देगी.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें