भारत में कोरोना के साथ-साथ कोरोना वायरस के सब वैरिएंट JN.1 के भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हाल ही में कोरोना सब वैरिएंट JN.1 के छह और मामले सामने आए हैं. इससे देश में जेएन.1 के मामलों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर मरीज फिलहाल घर पर आइसोलेट हैं.

फिलहाल अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई वृद्धि नहीं हुई है. इतना ही नहीं आगामी जनवरी के पहले सप्ताह में कोरोना के दैनिक मरीजों की संख्या भी दोगुना से अधिक सामने आ सकती है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने यह आशंका इन्साकाँग की रिपोर्ट के आधार पर जताई है, जिसमें बताया है कि कोरोना वायरस का नया उप स्वरूप जेएन.1 अब तक सात राज्यों में मिला है.

बीते नवंबर माह में केरल, कर्नाटक और गोवा में पहले चार मरीज सामने आए, लेकिन अब अधिकारी के मुताबिक, कोरोना के पिछले पांच सप्ताह और 2020 से 2022 तक के ट्रेंड की समीक्षा के बाद यह देखा है कि जनवरी माह में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. पिछले वर्ष ओमिक्रॉन स्वरूप की वजह से दिसंबर और जनवरी के बीच दैनिक मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई, लेकिन फरवरी माह में यह ग्राफ नीचे गिरने लगा था.

जनवरी में बढ़ता है ग्राफ

गोवा, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना के अलावा राजस्थान में भी मिले हैं. मंगलवार को राजस्थान के पांच मरीजों में जीनोम सीक्वेंसिंग से जेएन.1 उप स्वरूप की पुष्टि हुई है. मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश में जेएन. 1 उप स्वरूप के कुल मामले बढ़कर 69 तक पहुंच गए हैं. गोवा में 34, कर्नाटक में आठ, केरल में छह, महाराष्ट्र में नौ, राजस्थान में पांच, तमिलनाडु में चार और तेलंगाना में दो मरीज हैं. क्रिसमस और नए साल का जश्न पूरा होने के बाद दैनिक संक्रमित रोगियों में उछाल आने की आशंका है.