रायपुर. दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार देर शाम को कुछ नकाबपोश गुंडों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया. हमले में कई छात्र बुरी तरह घायल हो गए हैं. हमले में छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गई हैं. जेएनयू के इस हमले के खिलाफ रायपुर के जयस्तंभ चौक पर आम नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों पर हुए हमले को लोकतंत्र के खिलाफ बताया. गौतम बंधोपाध्याय ने कहा कि ये भारत के लोकतंत्र पर हमला है. फांसीवादी ताकते भारत के लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं. भारतीय लोकतंत्र की परंपरा समाप्त करना चाहता है. जिस तरह से ये लोग जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्याल में हमला किया है. जामिया मिलिया इस्लामिया विवि, उस्मानिया विवि और जो भारत को सुंदर देखना चाहता है, उस पर हमला किया गया है. जिस तरह योगेंद्र यादव को रोका गया है. फांसीवादी ताकतों ने उसे रोका है. ये लोग अलग तरह की लोकतंत्र और परंपरा लागू कर रहा है. इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार जवाबदार है. हम लोग भारत के महान परंपरा को बचाने चाहते है.

इस हमले के विरोध में विक्रम सिंघल बोले कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय पर जो हमला हुआ ये सीधे-सीधे निजाम की लोक पिसासा का प्रतीक है. ये छात्रों के नागरिकों की खून की प्यासी हो चुकी हैं. पूरे देश को अपनी तरह रक्त पिसासू में बदलने पर तुली हुई है.

बता दें कि दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार देर शाम को कुछ नकाबपोश गुंडों ने कैंपस में घुसकर छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया. हमले में कई छात्र बुरी तरह घायल हो गए हैं. 15 छात्रों को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. वहीं दो छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है. हमले में छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गई हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाम करीब 6.30 बजे लगभग 50 गुंडे कैंपस में घुस आए और छात्रों पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया. इसके अलावा हॉस्टल में भी तोड़फोड़ की गई. नकाबपोश गुंडों की करतूत सीसीटीवी कैमर में कैद हो गई. लेफ्ट के छात्रों ने एबीवीपी पर हमले करने का आरोप लगाया है. वहीं एबीवीपी ने भी लेफ्ट के छात्रों पर हमले का आरोप लगाया है.

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महेश वर्मा ने हमले पर विरोध जताते हुए कहा कि बुद्धि का शासन समाप्त हो गया है. अब मोदी सरकार गुंडागर्दी का शासन स्थापित करना चाहती है. ये लोग लोकतंत्र और धर्म निरपेक्षता पर नफरत करती है. ये लोग चाहते हैं कि जनमानस पर सभी चीज को मिटा दिया जाए. और इन पर जो संघर्ष कर रहे हैं उन पर हमले कर डराए जाए, लेकिन यह होने वाला नहीं है.

धर्मराज महापात्रा ने जेएनयू के छात्रों पर हुए हमले को लोकतंत्र विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि हमारा स्पष्ट मांग है कि इस हमले में जितने लोग शामिल है, ये सरकार की जिम्मेदारी है, दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार की अधीन है. जेएनयू को जिसने निशाना बनाया है उसकी ताकतों से पूरी देश परिचित है. जो भी हमलावर है उसे गिरफ्तार किया जाना है. जेएनयू के जो वाइस चांसलर है उसे तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए. किस तरह से विवि में बाहरी तत्वों का प्रवेश हुआ, उसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए. और जितने भी पीड़ित छात्र है, निशुल्क इलाज करना चाहिए. इसके साथ ही छात्रों की जो मांग है फीस वृद्धि को लेकर उसे पूरा किया जाना चाहिए. यही हमारी मांग है.

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