नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कम्प्यूटर साइंस के शिक्षक डॉक्टर बुद्ध सिंह का शीशा टूटा है. बुद्ध सिंह ने पुलिस में शिकायत इसकी की है. उनका कहना है कि जेएनयू में सुकमा और कुपवाड़ा में शहीद जवानों की शहादत को सलाम करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था. उनका आरोप है कि इस कार्यक्रम से नाराज़ होकर कुछ लोगों ने उनका शीशा तोड़ा है. अपने ट्वीट में उन्होंने अपनी कार के क्षतिग्रस्त शीशे की तस्वीर भी डाली है.

 

वहीं इस मामले पर राजनीति शुरु हो गई है.  बुद्ध सिंह ने जेएनयू प्रशासन से इस घटना की जांच कराने की मांग की है. उनका कहना है कि इस घटना केबाद उनका परिवार डरा हुआ है. जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व संयुक्त सचिव और एबीवीपी के नेता सौरभ शर्मा का कहना है कि कैंपस में पत्थरबाजी का काम वामपंथियों के अलावा कोई और नहीं कर सकता।

सस्ती लोकप्रियता का हथकंडा- छात्रसंघ

वहीं, जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष मोहित पांडेय का कहना है कि डॉ.बुद्ध सिंह द्वारा यह सस्ती लोकप्रियता के लिए किया गया प्रयास है। सुकमा में मारे गए जवानों के लिए आयोजित कार्यक्रम में सबकी सहभागिता थी। फिलहाल वसंतकुंज थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है.

वेबसाइट के खिलाफ रिपोर्ट कराई छात्रसंघ ने

इधर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने दो वेबसाइटों के खिलाफ गुरुवार को शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि वे यह दुर्भावनापूर्ण खबरें फैला रही हैं कि संस्थान के छात्र सुकमा नक्सली हमले का महिमामंडन कर रहे हैं.

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे ने  ‘‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.सृष्टान्यूज.कॉम और डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.दैनिकभारत.कॉम के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. मोहित कुमार पांडे के अनुसार ये वेबसाइट खबरें फैला रही हैं जिनमें दावा किया गया है कि जेएनयू के छात्र सुकमा में हुए नक्सली हमले का महिमामंडन कर रहे हैं.

उन्होंने शिकायत में कहा, ‘‘हम आपसे इस तरह की वेबसाइटों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का और इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं.’’ पुलिस अधिकारी शिकायत की जांच कर रहे हैं.