वाशिंगटन। अमेरिकी में नंवबर महीने में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार में तेजी आ गई है. ़डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति के उम्मीदवार जो बिडेन ने जमैकन पिता और भारतीय मां की संतान कमला हैरिस को उप राष्ट्रपति पद के लिए नामांकित कर न केवल अमेरिकी जनता बल्कि रिपब्लिकन पार्टी को चौंका दिया है.

जो बिडेन का यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बनी प्रगाढ़ता के साथ खिसकते भारतीय मत को अपनी ओर खींचने का बिडेन का एक ऐसा दांव है, जिसका तोड़ निकालना डोनाल्ड ट्रंप के लिए अब जरूरी हो गया है. ट्रंप के पास विकल्पों की कोई कमी नहीं है, लेकिन उनमें से चुनाव जिताने लायक शख्स का चयन करना मुश्किल है.

बिडेन ने कमला हैरिस का चुनाव कर एक तीर से कई शिकार किए हैं. पहला पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा. कमला के नाम की घोषणा करते ही चुनाव फंड में 24 घंटे के भीतर 26 मिलियन डॉलर इकट्ठा हो गए थे, जो 48 घंटे बाद 48 मिलियन ़डॉलर तक पहुंच गया. हालात को देखते हुए अगले हफ्ते डेमोक्रेटिक के सम्मेलन में औपचारिक तौर पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए सहमति मिलने के साथ बड़ी तादात में पैसा मिलने की भी संभावना बढ़ गई है.

कमला हैरिस का उप राष्ट्रपति पद के लिए नामांकित होना डोनाल्ड ट्रंप के लिए सामने खड़ी मुसीबतों की पहाड़ में से एक है. पहले ही अश्वेत जार्ज फ्लायड की पुलिस के हाथों मौत के बाद अभियान बनकर उभरकर आए ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ से पहले ही श्वेतवादी होने का आरोप झेल रहे ट्रंप को घरेलू मोर्चे के साथ विदेशी मोर्चे के लिए बतौर अगले राष्ट्रपति के तौर पर अपनी रणनीति का खुलासा करना जरूरी हो गया है.

बीते चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति चुनाव जीतना अमेरिका के साथ पूरी दुनिया के लिए एक तरह से अजूबा ही था. इस लिहाज से ट्रंप का आगामी चुनाव जीतकर अपनी जीत को अजूबा समझने वाले लोगों को जवाब देना जरूरी है. वहीं हार से सदमे से जूझ रही डेमोक्रेटिक पार्टी को बिडेन ने कमला हैरिस को अपने साथ लेने के अलावा चीन, पाकिस्तान और भारत को लेकर अपनी भावी योजनाओं का खुलासा कर फ्रंट फुट पर ला खड़ा कर दिया है.

क्या निक्की हेली है वह ट्रंप कार्ड

अमेरिका में हो रहे तमाम सर्वे अगले राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की हार की आशंका जता रहे हैं. ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप को ऐसे ट्रंप कार्ड की जरूरत है जो उनको जीत के लिए जादुई नंबर तक पहुंचा सके. कमला हैरिस के मुकाबले निक्की हेली रंधावा एक ऐसा ट्रंप कार्ड है, जो उनके लिए जीत का द्वार खोल सकता है. कमला हैरिस की तुलना में निक्की हेली का भारतीय समुदाय से ज्यादा जुड़ाव है, इसके अलावा वे नरेंद्र मोदी की सरकार की विचारधारा से ज्यादा इत्तेफाक रखती नजर आती हैं, ऐसे में ट्रंप का यह ट्रंप कार्ड काम कर सकता है.