जयपुर. भारतीय रेलवे ने नया इतिहास लिखा है. उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल की मालगाड़ी ने पहली बार देश के बाहर सप्लाई की. 23 दिसंबर को गोटन रेलवे स्टेशन से चली यह पार्सल ट्रेन 2510 मैट्रिक टन चीनी मिट्टी लेकर चार दिन बाद बांग्लादेश के दर्शाना स्टेशन पहुंची. राजस्थान के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है.

इससे पूर्व पांच माह पहले धौलपुर रेलवे स्टेशन से पशुओं का खल लेकर एक मालगाड़ी बांग्लादेश गई थी. जोधपुर रेलवे मंडल ने लंबी दूरी में अब तक पश्चिमी बंगाल तक ही मालगाड़ी चलाई थी. जिसमें व्हाइट सीमेंट भेजी गई थी. फिर बांग्लादेश ट्रेन भेजकर सबसे लंबी दूरी तय की. ये इतिहास जोधपुर डीआरएम गीतिका पांडेय और परिचालन विभाग वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अजीत कुमार मीणा के नेतृत्व में रचा गया है.

यहां से निकलती है चीनी मिट्टी

जोधपुर जिले के बोरुंदा से लगे नागौर के गांव इंदावड़, लूणियावास, मौकाला, लांबा जाटान, फालका, खराड़ी व लिथरिया से चीनी मिट्टी निकलती हैं. यहां से देश के कई राज्यों में एक्सपोर्ट होता है. ट्रकों में भरकर मेड़ता रोड से मालगाड़ी में आगे भेजी जाती है. हैजा जैसी बीमारी में उसका उपयोग दवा के रूप में भी किया जाता है. अस्पतालों में काम आने वाले सामान का निर्माण भी इससे होता है. बर्तन, प्याले, कटोरी व थाली आदि भी चीनी मिट्‌टी से बनाई जाती है.

पिछले साल के मुकाबले इस साल 27.79% अधिक लोडिंग किया

जोधपुर मंडल ने माल लोडिंग करने में एक उपलब्धि हासिल की है. पिछले साल की तुलना की इस बार 27.79% अधिक माल लोडिंग की है. जिसमें कुल माल लोडिंग जोधपुर मंडल की 60.60% प्रतिशत रही. जोधपुर मंडल की यह माल लोडिंग मुख्यत खजवाना, मेरता सिटी, सोनू, बनिया सांडा धोरा, गोटन, नावासिटी, खारिया खंगार व भगत की कोठी स्टेशनों से की गई थी.