केंद्रीय मंत्री उरांव का ब्यान भाजपा की आदिवासी विकास विरोधी सोच को उजागर करता है : अमित जोगी
रायपुर। मरवाही विधायक अमित जोगी ने केंद्रीय जनजातीय कार्यमंत्री जुएल उरांव पर निशाना साधा है. जोगी ने कहा कि आदिवासी समाज से होकर भी केन्द्रीय मंत्री आदिवासी समाज का अपमान कर रहे हैं. जोगी का आरोप है कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 10 दिसंबर को साइंस कॉलेज रायपुर में केन्द्रीय मंत्री ने विवादास्पद भाषण देकर आदिवासियों का अपमान किया है. जोगी ने पूछा कि केन्द्रीय मंत्री ने आखिर किस आधार पर ये कहा कि “आदिवासियों को विकास से नहीं, बल्कि मिलने और नाच गाने से खुश रखा जाता है” क्या एक आदिवासी मंत्री अपने समाज के लिए ऐसी ओछी बात कहेंगे. अमित जोगी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के ऐसे बोल, भाजपा की आदिवासी विकास विरोधी सोच का ही परिणाम है. जोगी ने कहा कि, चाहे बस्तर में पोलावरम बाँध से प्रभावित आदिवासी जनजातियों को संरक्षण देने का मामला हो या फिर सरगुजा में वन अधिकार से वंचित आदिवासियों को पट्टे देने का मुद्दा हो, भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासियों को धोखा दिया और आंध्रा और अदानी का साथ दिया है.
अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तिहार के नाम पर नाच-गान कर, करोड़ों रूपया खर्च कर केवल आम और गरीब जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में आदिवासियों का विकास नहीं विनाश हुआ है. जोगी ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या भाजपा यह चाहती है कि छत्तीसगढ़ के शोषित और प्रभावित आदिवासी अपने अधिकारों की लड़ाई छोड़ नाच गाना करें ? जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का विकास जोगी सरकार में ही संभव है ये बात आदिवासी भी जान गए हैं. प्रदेश का आदिवासी वर्ग सत्ता पलट के लिए तैयार है.