रिपोर्ट- रजनी ठाकुर, रायपुर। कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे अजीत जोगी को क्या अब कांग्रेस मैली लगने लगी है? यह सवाल इसलिए कि जोगी अब गाहे-ब-गाहे कांग्रेस पर निशाना साधना नहीं भूलते।
जोगी ने मंगलवार को बगैर नाम लिए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर गंभीर आरोप लगाया है। जोगी ने कहा की खूबचंद बघेल की मृत्यु पर उनके शव को मालगाड़ी में दिल्ली से बघेल के गृहग्राम भिजवाया गया था। जो ना केवल खूबचंद बघेल बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का भी अपमान था। और ये काम जान-बूझकर उनसे दुश्मनी निकालने के लिए किया गया था। क्यूंकि सब जानते हैं की उस समय किसकी चलती थी।
बुधवार को खूबचंद बघेल की 117 वीं जयंती थी, नगर निगम द्वारा नवीन मार्केट में इस अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें शिरकत करने पहुंचे अजीत जोगी ने मीडिया को यह बयान दिया।
बता दें कि खूबचंद बघेल की मृत्यु 22 फरवरी 1969 को दिल्ली में हुयी थी। खूबचंद बघेल उस समय राज्यसभा सदस्य थे और दिल्ली में ही रहते थे। मौत के बाद उनके पार्थिव शरीर को मालगाड़ी से भिजवाया गया था। जिसका पूरे छत्तीसगढ़ में विरोध हुआ था और इसके बाद ही ये निर्णय लिया गया था कि किसी भी राजनेता के पार्थिव शरीर को हवाई जहाज से ही भेजा जाएगा।
जिस दौरान खूबचंद बघेल की मृत्यु हुई थी उस दौरान इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं और विद्याचरण शुक्ल केन्द्रीय मंत्री थे तो लिहाजा जोगी का इशारा कहीं इन्हीं के ऊपर ही तो नहीं था? या फिर खूबचंद का गुनेहगार जोगी किसी और मानते हैं.
हालांकि जोगी और शुक्ल के बीच मतभेद किसी से छिपे नहीं हैं। 2003 में कांग्रेस की हार की सबसे बड़ी वजह विद्याचरण शुक्ल को ही माना जाता है। जो जोगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से नाराज होकर एनसीपी में चले गए थे और चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। नहीं तो जोगी प्रदेश के दुबारा मुख्यमंत्री होते।