कानपुर. 61 करोड़ की लागत से बना पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. आश्चर्य की बात ये है कि इस पुल का उद्घाटन दो महीने पहले ही किया गया है. लेकिन ये सरकार और उसके नुमाइंदो के लिए शर्म की बात है कि ये पुल दो महीने भी नहीं टिक सका. पुल के ज्वाइंट खुल गए हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी पैसे पर सरकारी नुमाइंदे किस कदर टूट पड़े होंगे कि उन्हें विकास की नहीं अपने जेब की पड़ी हुई है.
पुल का ज्वाइंट खुलने के बाद पुल को बंद कर दिया गया है. सेतु निगम ने पनकी धाम पुल का निर्माण कार्य किया है. मामला सामने आते ही बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी पुल का निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के दौरान पुल निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार पाया. सुरेंद्र का कहना है कि इस मामले की शिकायत वे सीएम से करेंगे. पुल में हुए भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच होगी.
दो महीने में ही खुल गई पोल
बता दें कि दो महीने पहले उद्घाटन हुए इस पुल की ये हालत हो गई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्माण कार्य में किस तरह भ्रष्टाचार किया गया है. भ्रष्टाचार के सामने पुल की उम्र केवल दो महीने ही रही. अब काम में खामी दिखी है तो सरकार पर सवाल उठना स्वाभाविक है. अब देखना होगा इस मामले में दोषी कौन है, सरकार या फिर उसके नुमाइंदे? सवाल ये भी है कि क्या वाकई इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई हो पाएगी?
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