रायपुर. राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संचार क्रांति का मोबाइल बांटने में भारी अव्यवस्था सामने आया है. छात्र भूखे प्यासे लाइन में खड़े रहे और मोबाइल भी नहीं मिला. विवि प्रशासन जियो नेटर्वक पर ठीकरा फोड़ रहे हैं, लेकिन प्रशासन को भी पता है कि विवि परिसर में नेटर्वक नहीं मिलता, तो छात्रों को पहले आओ पहले पाओ का संदेश देकर सभी छात्रों को क्यों बुला लिया. परेशानी तो भूखे प्यासे लाइन में खड़े छात्रों को भुगतना पड़ा. सवाल ये भी है कि राजधानी में नेटवर्क नहीं मिलेगा तो और कहा मिलेगा.

गौरतलब है कि राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में आज संचार क्रांति योजना के तहत स्टूडेंट्स को मोबाइल देने के लिए सुबह 9 बजे ही विश्वविद्यालय में बुला लिया गया. वो भी यह कहकर की पहले आओ पहले पाओ, लेकिन विश्विद्यालय में आलम यह है कि स्टूडेंट्स सुबह से आकर भूखे प्यासे मोबाइल के लिए कतार पर लगे हुए थे, लेकिन विश्वविद्यालय की लापरवाही तो देखिए 3.30 बज चुके थे, लेकिन मोबाईल बंटना भी शुरू नहीं हुआ था.

विश्वविद्यालय में मोबाइल करीब 3 से 4 सौ स्टूडेंट्स को ही देने थे, लेकिन ये काम भी नहीं कर पाए, जिससे स्टूडेंट्स में काफी नाराजगी देखी गई. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि जियो का सर्वर नहीं होने की वजह से मोबाइल ऑपरेट नहीं हो सका. लेकिन सब को पता है कि विश्वविद्यालय में नेटवर्क बहुत कम रहता है. ऐसे में विश्विद्यालय को पहले से ही व्यवस्था करनी चाहिए थी.

छात्रों को दतरेंगा के आदर्श नर्सिंग इंस्टीट्यूट में बुलाया

इतना ही नहीं लाख कोशिश करने के बाद भी जब जियो का नेटवर्क नहीं आया तो दतरेंगा के आदर्श नर्सिंग इंस्टीट्यूट में स्टूडेंट्स को मोबाइल देने के लिए बुला लिया गया. वहां भी कुछ कम परेशानी नहीं हुई. कई घंटे बैठाकर रखा गया, उसके बाद मोबाइल बांटना शुरू किया गया. उसमें भी लापरवाही का अंबार देखने को मिला. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पहले आओ पहले पाओ का नियम तो लागू किया गया था, लेकिन मनमर्जी करते हुए बीच नंबर से ही मोबाइल देना शरू कर दिया. जिससे स्टूडेंट्स में और भी गुस्सा बढ़ने लगा.