रायपुर। वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला सहित अन्य जर्नलिस्टों के साथ मारपीट के मामले में कांग्रेस अभी तक आरोपियों में कांग्रेसियों के शामिल होने से इंकार करते रही है। मामले के तूल पकड़ने और प्रदेश सहित देशभर के पत्रकारों के लगातार विरोध के बाद आखिरकार पार्टी ने मान ही लिया कि पत्रकार के साथ कांग्रेस के पदाधिकारियों ने ही मारपीट की है। अब इस मामले में कांकेर जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सुभद्रा सलाम ने जिला कांग्रेस महामंत्री और आरोपी गफ्फार मेमन को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिला कांग्रेस महामंत्री और आरोपी गफ्फार मेमन को पार्टी से निलंबित करने की जानकारी दी है। उन्होंने भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति में यह माना कि कमल शुक्ला और अन्य पत्रकारों को अश्लील गाली गलौच करते हुए मारपीट करने वालों में गफ्फार मेमन भी शामिल था। उऩ्होंने कहा कि जो वीडियो फुटेज प्राप्त हुई थी, उसमें आपत्तिजनक और अश्लील गालियां का प्रयोग करते हुए पत्रकार के साथ मारपीट की गई। जिसमें गफ्फार मेमन भी संलिप्त था।
पीसीसी ने की चार सदस्यीय जांच समिति गठित
उधर इस मामले को ठंडा होता ना देख जहां कांग्रेस ने मारपीट के आरोपी जिला महामंत्री गफ्फार मेमन को पद और संगठन की सदस्यता से निलंबित कर दिया है बल्कि पीसीसी ने विधायक संतराम नेताम के नेतृत्व में चार सदस्यीय एक जांच समिति का भी गठन किया है। केशकाल विधायक संतराम नेताम के अलावा जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन, गुंडरदेही विधायक कुवंर सिंह निषाद, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष शामिल है। जांच कमेटी दो दिन के भीतर अपनी जांच प्रतिवेदन पीसीसी को सौंपेगी।