रायपुर। सरगुजा के पत्रकार मनीष सोनी के खिलाफ एक फेसबुक पोस्ट शेयर करने पर की गई एफआईआर मामले को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने संज्ञान में लिया है. गृहमंत्री ने सरगुजा एसपी को गैर ज़रुरी धाराओं को हटाने के निर्देश दिए है. साथ ही मामले में पत्रकार की गिरफ्तारी नहीं करने की बात कही है. दरअसल इस मामले को लेकर राजधानी के पत्रकारों ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था. जिसके गृहमंत्री ने यह निर्देश दिए है.
पत्रकारों ने इसके बाद डीजीपी डीएम अवस्थी से पीएचक्यू जाकर मुलाकात की थी. उन्होंने मनीष सोनी के खिलाफ फेसबुक में शेयर की गई पोस्ट को लेकर एक भाजपा नेता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किये जाने को लेकर अपना विरोध जताया था. पत्रकारों ने डीजीपी से अंबिकापुर एसपी और थानेदार पर कार्रवाई की मांग की है. डीजीपी ने पूरे मामले को गंभीरता से सुना और पत्रकार मनीष सोनी पर दर्ज आपराधिक मामलों की जांच का जिम्मा पुलिस मुख्यालय की सीआईडी शाखा को सौंपा. इस मामले में डीजीपी ने केस से जुड़ी फाइल तत्काल सीआईडी को सौंपने का निर्देश दिया है.
यह है मामला
मनीष सोनी ने आदिवासी हिंसा पर फेसबुक में एक पोस्ट लिखा था। जिसकी एक भाजपा नेता ने पुलिस में शिकायत की और इस मामले में पुलिस ने मनीष सोनी के खिलाफ कई गंभीर धाराएं लगाते हुए एफआईआर दर्ज किया। आपको बता दें मनीष सोनी पुलिस कस्टडी में हुई आदिवासी युवक पंकज बेक के मामले को लगातारे उठाते रहे हैं। इस मामले में थाना प्रभारी सहित थाना के कई स्टाफ को आईजी ने सस्पेंड किया था।
एफआईआर की जताई थी आशंका
एफआईआर दर्ज होने के पहले मनीष सोनी ने फेसबुक में एक पोस्ट लिखकर अपने खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किये जाने की आशंका जताई थी। उन्होंने लिखा था कि सूत्रों से उन्हें पता चला है कि पुलिस उनके खिलाफ झूठा एफआईआर दर्ज करने जा रही है।