दुर्ग. बीती रात बोरसी में न्यूज चैनल के पत्रकार ने जब तेज रफ्तार से सड़क पर दौड़ रही बोर उत्खनन गाड़ी का वीडियो बनाया तो विवाद इतना बढ़ गया कि मामला पत्रकार के अपहरण तक जा पहुंचा. अगर आप पत्रकारिता से जुड़े हैं या सामाजिक सरोकार के लिए आवाज उठाते हैं तो ऐसे में ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए कि किस तरह से बोर उत्खनन करने वालों ने एक पत्रकार के साथ अमानवीय बर्ताव कर उसे प्रताड़ित किया.
कल रात दुर्ग में एक टीवी चैनल के रिपोर्टर आकाश राव बोरसी रोड की तरफ से होते हुए अपने घर शंकर नगर आ रहे थे तभी तेज रफ्तार से जाती हुई चंद्रा बोरवेल्स की गाड़ी उनके बगल से निकली. जिससे वे टकराते हुए बच गए. पत्रकार ने गलत ढंग से गाड़ी चलाने की बात का विरोध किया और वीडियो बनाने लगे तभी पीछे से आ रही बोरवेल्स की सपोर्टिंग गाड़ी से कुछ लोग उतरे और उनके साथ गली गलौच करने लगे. मौके पर बोरसी क्षेत्र के पार्षद पति पोषण साहू और अन्य स्थानीय लोग भी पत्रकार का साथ देते हुए तेज गाड़ी चलाने वाले का विरोध करने लगे लेकिन बोरवेल्स वालो ने दबंगई दिखाते हुए स्थानीय लोगों को वहाँ से जाने की धमकी दी और फिर बोरवेल्स वालों ने अपनी गाड़ी के मालिक अजय सिंघल व संजय सिंघल को बुलाया.
उन्होंने पत्रकार पर उगाही का आरोप लगाते हुए उसके साथ मारपीट करते हुए उसे जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर ले गए. इस दौरान आरोपियों ने पत्रकार से उनका मोबाइल छीन लिया ताकि वो किसी से सम्पर्क न साध पाएं. लगभग 1 घंटे उसे गाड़ी में बिठाकर मारपीट व गाली गलौच करते रहे. इस दौरान आरोपियों ने पत्रकार को जबरदस्ती शराब पिलाने जैसी अमानवीय हरकतें करते हुए जान से मारने की धमकी तक दी. रात करीब डेढ़ बजे के आसपास आरोपी पूर्वनियोजित योजना के तहत पत्रकार को भिलाई के सुपेला स्थित बी.एम. शाह अस्पताल लेकर गए. जहाँ अपने रिश्तेदार डॉक्टर राजेश सिंघल से उसका इलाज कराया और मारपीट के दौरान पत्रकार के चेहरे पर लगी चोट को गिरने की वजह बताकर दबाव भी बनवाया.
आरोपियों ने जाते जाते पत्रकार से छीनी गयी सोने की चैन व मोबाइल को डॉक्टर के हवाले से सुपुर्द करवाते हुए उसका वीडियो भी बनवा लिया और फिर जब पत्रकार ने अपने फोन से पुलिस को फोन लगाकर बुलाया तब मौके पर एडिशनल एसपी शशिमोहन पहुंचे और पूरे मामले का जायजा लेते हुए उन्होंने तत्काल कार्रवाई की. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीड़ित पत्रकार को अपने साथ दुर्ग के पद्मनाभपुर चौकी लेकर पहुंचे और अजय सिंघल, संजय सिंघल, राजेश सिंघल समेत अन्य आरोपियों के मामला पंजीबद्ध कराते हुए आरोपियों की पतासाजी शुरू कर दी. चंद ही घंटों में पुलिस ने गाड़ी सहित 2 आरोपी ड्रायवर और हेल्पर की गिरफ्तारी कर ली. मामले के मुख्य आरोपी समेत अन्य अब तक फरार हैं. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार उनके घर मे जाकर दबिश देते हुए दबाव जरूर बनाया पर अब तक आरोपी उसकी गिरफ्त में नही आ सके हैं.