तिरुवनंतपुरम. माकपा का एशियानेट टीवी चैनल के एंकर और वरिष्ठ पत्रकार वीनू वी. जॉन के खिलाफ लगातार परेशानी बनी हुई है. शनिवार को स्थानीय सीटू इकाई ने वीनू जॉन के घर पर पोस्टर चिपकाए, जो पोस्टर चिपका हुआ है, वह सीटू पेरूरकड़ा एरिया कमेटी के नाम पर है, जिसने जॉन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और उन्हें अलग-थलग करने का आह्वान किया है.

  बीजेपी को छोड़कर विभिन्न राजनीतिक दलों के ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं ने सोमवार रात प्राइम टाइम न्यूज बुलेटिन पर अपने न्यूज एंकर द्वारा की गई टिप्पणी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए मलयालम टीवी न्यूज चैनल एशियानेट तक मार्च किया.

 जॉन, (जो गलत काम करने वालों के खिलाफ अपनी तीखी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं) ने अपना गुस्सा व्यक्त किया, क्योंकि केरल में बंद देखा गया और विरोध में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं ने सचमुच राज्य की सड़कों पर कब्जा कर लिया और निर्दोष नागरिक शरण के लिए भाग रहे थे.

जॉन उस समय नाराज हो गए जब एक ऑटो रिक्शा में ले जाया जा रहा एक मरीज उत्तरी केरल में प्रदर्शनकारियों के गुस्से की चपेट में आ गये. डिबेट में उन्होंने बयान दिया कि अगर किसी ने सीटू के महासचिव एलाराम करीम, राज्यसभा सदस्य और माकपा के शीर्ष नेता के साथ ऐसा कुछ किया होता तो क्या होता.

 जॉन भारी गुस्से में आ गए और करीम ने खुद कहा कि वह राज्य के पुलिस प्रमुख और राज्यसभा अध्यक्ष के समक्ष भी शिकायत दर्ज करेंगे.

जॉन ने कहा,

“मुझ पर हमले हो रहे हैं, धमकी भरे फोन कॉल आ रहे हैं और आज सुबह यह नोटिस मिला और यह मेरे गेट पर और कॉलोनी में और उसके आसपास मिला. मैंने फैसला किया कि मैं शिकायत दर्ज नहीं करूंगा, लेकिन शायद मेरी कंपनी शिकायत कर सकती है. एक कारण मैं शिकायत नहीं कर रहा हूं, मुझे पता है कि इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है.” उनकी पहले की शिकायत कोई प्रतिक्रिया देने में विफल रही. जिस तरह से जॉन को माकपा द्वारा परेशान किया जा रहा है, उनके खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और भाजपा ने अपना विरोध किया.