पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। नक्सलियों के सब जोनल कमेटी ने दक्षिण बस्तर में क्षेत्रीय पत्रकारिता से जुड़े बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्रा और सुकका के पत्रकार लीलाधर राठी पर पूंजीपति और कारपोरेट घरानों की दलाली का आरोप लगाते एक धमकी भरा प्रेस नोट नोट जारी किया था. जिसका विरोध दक्षिण बस्तर के समस्त पत्रकारों के साथ पूरा प्रदेश नक्सलियों की इस करतूत की निंदा कर रहा है.

इसी बात का विरोध दर्ज करने दंतेवाड़ा श्रमजीवी पत्रकार संगठन के लगभग 50 पत्रकार मोटर साइकिल से कटी सड़कों और नदियों नालों को पारकर बुरगुम गांव के नंदापारा पहुंचे. जहां आम पेड़ के नीचे पत्रकारों ने इस घटना का विरोध करते हुए नक्सलियों के खिलाफ विरोध दर्ज किया.

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पत्रकारों के इस आंदोलन को समर्थन देने सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी भी पहुंची हुई थी. उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का आईना है. और पत्रकारों पर आरोप लगाना सरासर गलत है. माओवादियों को इस तरह के आरोप लगाने से पहले आरोप क्यों लगा रहे हैं यह भी बताना चाहिए.

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पत्रकारों की एक कमेटी भी बननी चाहिए. ताकि ऐसे आरोप लगाने से पहले पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से मिलकर बनी कमेटी तक बात पहुंचे. वहीं श्रमजीवी संगठन के जिला अध्यक्ष आज़ाद सक्सेना ने कहा अगर आरोपों का खंडन नहीं आता तो आन्दोलन से पुरजोर विरोध होगा. प्रेस की आज़ादी को दबाना सरासर गलत है.

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